बस्ती ब्यूरो (यूपी)। उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना अंतर्गत हरदी निवासी वरिष्ठ बसपा नेता रामराज (गम्मज) ने आखिरकार लखनऊ मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। यह खबर फैलते ही क्षेत्र में सन्नाटा फैल गया है। उनके जानने वाले, करीबी दोस्त सभी उनके घर पहुंच रहे हैं। वे अपने पीछे एक बेटे, बेटी, पत्नी भाइयों समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। रामराज 4 भाइयों में सबसे बड़े थे। उनकी सामाजिक विरासत भी अच्छी खासी है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को उनके पैतृक गांव इंटहिया निवासी झिनकान तिवारी, अशोक तिवारी के साथ सिकटा निवासी उमेश शुक्ला ने पीछे से पल्सर से आकर ताबड़तोड़ पांच गोलियां चलाई थी, जिसमें रामराज बुरी तरह से घायल हो गए थे। इस हमले में उन्हें तीन गोलियां लगी थी। बाकी गोलियां तो निकाल ली गईं, लेकिन पेट में लगी गोली नहीं निकाली जा सकी, संभवतः वही उनकी मौत का कारण बनी।
हालांकि तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, और तीनों ही सवर्ण हैं, ऐसे में पुलिस मामले को नया मोड़ देने में लग गयी है। मीडिया से बात करते हुए पुलिस ने कहा है कि रामराज हिस्ट्रीशीटर थे जबकि यह उनका अतीत था, वर्तमान में करीब 15 साल से अधिक समय से वे सामाजिक कार्यों में लगे थे तथा बसपा की सक्रिय राजनीति कर रहे थे। अपने इन्ही सक्रियता के बल पर वे अपनी भतीजी दीपिका गौतम को जिला पंचायत का चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे।