लद्दाख: विश्व का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र सियाचिन पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को इसकी घोषणा की। वह लद्दाख में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रिनचिन पुल का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, “दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र सियाचिन क्षेत्र अब पर्यटकों के लिए खुल गया है। सियाचिन के आधार शिविर से लेकर कुमार पोस्ट तक का इलाका पर्यटन के लिए उपलब्ध होगा।” उन्होंने कहा कि लद्दाख में पर्यटन की अनंत संभावनाएं हैं। इस इलाके में आवागमन आसान होने पर बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचेंगे।
18, 875 फीट की ऊंचाई पर है कुमार पोस्ट
सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में कुमार पोस्ट 18, 875 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक 11,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक जा सकेंगे। ताजा फैसले के बाद सेना की तरफ से आयोजित साहसिक अभियानों के अलावा भी पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे।
सेना प्रमुख ने भी दिए थे संकेत
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी सितंबर में कहा था कि भारतीय सेना ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर समेत कुछ चौकियों को आम नागरिकों के लिए खोलने की योजना बना रही है। इससे पहले भी सेना आमजनों को प्रशिक्षण शिविरों और सैन्य संस्थानों का दौरान करने की अनुमति देती रही है।
जनरल रावत ने कहा था कि भारतीय सेना और इसकी कार्यप्रणाली में आने वाली चुनौतियों को लेकर आम लोगों में जिज्ञासाएं बढ़ी हैं। ऐसे में यदि कुछ चौकियों पर नागरिकों को जाने की अनुमति मिलती है तो यह राष्ट्रीय एकीकरण के लिए अच्छा होगा।
2007 से सेना आम नागरिकों को सियाचिन बेस कैंप से 11,000 से 21,000 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अन्य स्थानों पर ट्रेकिंग करने की अनुमति दे रही है।
सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है जो लद्दाख का हिस्सा है।कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। सेना के हजारों जवान कड़ाके की सर्दी के बावजूद यहां सालभर तैनात रहते हैं।