नई दिल्ली: स्वतंत्रता सेनानी विनायक सावरकर को भारत रत्न दिन जाने के भाजपा के वादे पर कांग्रेस लगातार हमलावर है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि सावरकर के जीवन के दो पहलू थे। पहला, आजादी के आंदोलन में शामिल होना और दूसरा, जब वे माफी मांगकर (कालापानी से) वापस आए तो उनका नाम महात्मा गांधी की हत्या के साजिशकर्ताओं में दर्ज हुआ। वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने तंज कसा कि मोदी सरकार भारत रत्न सावरकर को नहीं बल्कि गोडसे को दे।
मनीष तिवारी ने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने संकल्प पत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने का वादा किया है। लेकिन उनकी जगह गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देश का सर्वोच्च सम्मान देना चाहिए। क्योंकि गोडसे ने बापू की गोलियां मारकर हत्या की, सावरकर तो सिर्फ हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता थे।
सबूतों के अभाव में सावरकर रिहा हुए: अल्वी
इससे पहले कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी सावरकर को भारत रत्न देने के वादे पर विरोध जताया था। उन्होंने कहा था कि अगला नंबर गोडसे का ही है। सावरकर के बारे में सब जानते हैं। सबूतों के अभाव में वे गांधीजी की हत्या के मामले में रिहा हो गए थे। आज यह सरकार उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर रही है।
ज्योतिराव-सावित्रीबाई फुले को भी भारत रत्न दिए जाने की मांग
पिछले दिनों भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र चुनाव के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया था। इसमें वीर सावरकर के अलावा महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले को भारत दिए जाने का वादा किया गया है।
राष्ट्रवाद को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा, ये सावरकर के संस्कार: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के बड़े नेता प्रचार अभियान में सावरकर के नाम को भुनाने में जुटे हैं। मोदी ने बुधवार को अकोला की रैली में कहा था कि राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है, ये वीर सावरकर के संस्कार हैं। बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने और उनको दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखने वाले अब सावरकर को गालियां दे रहे हैं।
दिग्विजय का दावा- गांधीजी की हत्या की साजिश में सावरकर शामिल थे
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