मुंबई। विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित कर हमेशा अग्रणी रहने वाली पश्चिम रेलवे ने 2 अक्टूबर, 2019 को रेल मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट की दो कैटेगरियों के टॉप स्लॉट में अपने 8 प्रमुख स्टेशनों सूरत, अंधेरी, विरार, नायगाँव, कांदिवली, बोरीवली, सांताक्रुज़ और उधना के लिए प्रतिष्ठित रैंकिंग हासिल कर एक बार फिर गौरवशाली अग्रणी बनने का श्रेय प्राप्त किया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्र भाकर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 407 प्रमुख स्टेशनों के लिए थर्ड पार्टी द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण में पश्चिम रेलवे के इन 8 स्टेशनों ने प्रमुख स्थान हासिल किया है। स्टेशनों की गैर-उपनगरीय श्रेणी NSG 1 की सूची में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर पश्चिम रेलवे का सूरत स्टेशन अव्वल रहा, वहीं दूसरी ओर स्टेशनों की गैर-उपनगरीय श्रेणी NSG की सूची में पश्चिम रेलवे के दो स्टेशनों उधना एवं सूरत ने क्रमशः 16 वाँ एवं 18 वाँ स्थान हासिल किया। स्टेशनों की उपनगरीय श्रेणी SG की सूची में टॉप 10 रैंकिंग में पश्चिम रेलवे के 6 स्टेशनों ने स्थान हासिल करने का गौरव पाया है, जिनमें सूची के प्रथम चार स्थान मुंबई मंडल के क्रमशः अंधेरी, विरार, नायगाँव और कांदिवली को मिले हैं तथा बोरीवली एवं सांताक्रुज़ इस अखिल भारतीय सूची में 9 वें एवं 10 वें स्थान पर हैं।
निर्धारित मापदंड के अनुसार NSG 1 श्रेणी में 20 मिलियन यात्रियों के फुटफॉल तथा 500 करोड़ रु. की आमदनी के आधार पर 21 स्टेशनों को स्वच्छता के पैमाने पर रैंकिंग दी जाती है। NSG श्रेणी में कुल 1000 स्कोर में से प्रोसेस इवैल्यूशन, डायरेक्ट ऑब्ज़र्वेशन तथा नागरिकों के फीडबैक प्रत्येक का मूल्यांकन 33-33 प्रतिशत होता है, जबकि SG 1 श्रेणी में 30 मिलियन यात्रियों के फुटफॉल तथा 25 करोड़ रु. की आमदनी के अनुसार 35 स्टेशनों को स्वच्छता के पैमाने पर रैंकिंग दी जाती है। भारतीय रेलवे वर्ष 2016 से थर्ड पार्टी के ज़रिये 407 प्रमुख स्टेशनों का स्वच्छता सर्वे करती आई है, जिसके फलस्वरूप स्टेशनों में स्वच्छता बनाये रखना तथा इसमें सुधार के लिए एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा होती है। इस वर्ष निर्धारित दायरे को 407 स्टेशनों से 720 स्टेशनों तक रखा गया। पहली बार इस प्रतिस्पर्धा में उपनगरीय स्टेशनों को शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट में पर्यावरण के लिए किये जा रहे प्रयासों ‘ग्रीन एफर्ट’ का भी मूल्यांकन किया गया है। 109 स्टेशनों में से अंधेरी, विरार तथा नायगाँव पहले 3 पायदान पर रहे। भारतीय रेलवे पर 8000 से अधिक स्टेशन हैं, जिन्हें यात्रियों के फुटफॉल तथा स्टेशन की आमदनी के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। इस वर्गीकरण में स्टेशनों को उनके प्रकार के अनुसार पुनः 3 वर्गों – गैर उपनगरीय (NS), उपनगरीय (S) तथा हॉल्ट (H) में बाँटा गया है। यात्रियों के फुटफॉल तथा स्टेशन के राजस्व को देखते हुए गैर-उपनगरीय तथा उपनगरीय स्टेशनों को मूल्यांकन एवं रैंकिंग के लिए क्रमशः NSG1, NSG2, NSG3, NSG 4 तथा SG1, SG2 में बाँटा गया है।
राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वे के टॉप स्लॉट में 8 प्रमुख स्टेशनों को मिली प्रतिष्ठित रैंकिंग
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