विमोक्ष मेरे कैरियर के लिए अहम फ़िल्म साबित होगी: प्रीति चेस्टा

फ़िल्म का लेखक जो स्क्रिप्ट लिखता है , उसी के लिखे किरदार के अनुसार हमें फिल्मों में परफार्मेंस देना पड़ता है। ऐसा नही कि फ़िल्म में किरदार कुछ और लिखा हो और हम उसे किसी और तरह निभा रहे हो , अगर हम ऐसा करते है तो किरदार के साथ सही न्याय नही कर सकते हैं । इसी तरह ऊपर वाला हर इंसान की स्क्रिप्ट लिखकर रखा है अगर हम उसके लिखे किरदार के अनुसार जिंदगी जीये तो हमे कामयाबी जरूर मिलती है। अब सवाल यह उठता है कि हमे पता कैसे चले कि हमारे लिए क्या स्क्रिप्ट लिखी गयी है । यह कोई कठिन काम नही है , प्रकृति बार बार उस तरफ इशारा करती है कि हमे क्या करना है। कभी हम जल्दी समझ जाते है तो कभी देर से समझते हैं ।
पंजाब के लुधियाना शहर की रहने वाली प्रीति चेष्ठा को मॉडलिंग के बहुत ऑफर मिलते थे , लेकिन हर बार वह मना कर देती थी । क्योंकि उन्हें मॉडलिंग और एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नही थी । क्योंकि उनके आस पास का जो माहौल था उसमें आर्केस्टा में डांस करने वाली लड़कियों को अच्छा नही समझा जाता है । यही सोच वहाँ के लोगो को फ़िल्म के प्रति भी थी
लिहाजा जब भी उन्हें मॉडलिंग या एक्टिंग का ऑफर मिलता था , तो वह मना कर देती थी । एक बार वह लुधियाना दूरदर्शन के न्यू इयर प्रोग्राम की शूटिंग देखने गयी । इतेफाक से उस कार्यकम की मॉडल नही आई थी , प्रीति पर जब निर्देशक की नजर पड़ी तो उन्होंने शूटिंग के ऑफर दिया , लेकिन प्रीति ने मना कर दिया । तक निर्देशक ने प्रीति को बहुत समझाया और जब यह बताया कि अगर आज शूटिंग नही हुई तो बहुत नुकसान हो जाएगा । यह बात प्रीति के दिल को लग गयी ,क्योंकि वह किसी का नुकसान होते नही देख सकती । यहां से प्रीति के एक्टिंग कैरियर की इस तरह शुरुआत हो गयी । इसके बाद उन्हें दिल्ली दूरदर्शन के धारावाहिक ” क्योंकि जीना इसी का नाम है ” में काम करने का मौका मिला । इस धारावाहिक के 250 एपिसोड करने के बाद प्रीति को पंजाबी फिल्म ‘ लड़ गया पेचां ‘ में काम करने का मौका मिला और वह मुम्बई शिफ्ट हो गयी । इस दौरान उन्हें कुछ विज्ञापन फिल्मो और टी सीरीज के अल्बम में भी काम करने का मौका मिला ।
मुम्बई आने के बाद प्रीति का कैरियर कुछ और ऊंचाइयों पर पहुँचता कि अचानक उनके साथ कुछ ऐसा हुआ कि एक्टिंग से उनका मोह भंग हो गया और वह फैशन डिजाइन बन गयी । फैशन डिजाइनर बनने के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया ,लेकिन उसी दौरान नोट बन्दी ,फिर जीएसटी और कुछ कारणों से उन्हें बिजनेस में काफी नुकसान हो गया । प्रीती को कुछ समझ मे नही आ रहा था कि वह क्या करें । पूरी तरह से वह डिप्रेशन का शिकार हो गयी थी । इस दौरान उन्होंने फिल्म इंडस्ट्रीज से अपने सम्बन्ध बनाये रखे और एक बार फिर उन्हें बॉलीवुड में फ़िल्म ‘ मन क्यों बहका रे’ में काम करने का मौका मिला । इन दिनों वह धीरज मिश्रा की फ़िल्म ” विमोक्ष ” को लेकर काफी उत्साहित है । जय जवान जय किसान, छापेकर ब्रदर, मैं खुदी राम बोस हूँ, ग़ालिब , दीनदयाल उपाध्याय-एक युग पुरुष और कई धारावाहिक लिख चुके धीरज मिश्रा ‘ विमोक्ष’ के जरिये निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख रहे हैं । बताया जा रहा है कि प्रीति का इस फ़िल्म में किरदार देवदास की माधुरी दीक्षित से प्रेरित है।

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