विशाखापट्टनम:भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले जा रहे पहले टेस्ट की पहली पारी में 463 रन की बढ़त बना ली है। गुरुवार को टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने सात विकेट पर 502 रन बनाकर पारी घोषित की। दिन के आखिरी सत्र में दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी करते 39 रन पर ही अपने 3 विकेट गंवा दिए। इससे पहले भारत के लिए मयंक अग्रवाल 215 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाया। ये उनका 5 टेस्ट में पहला शतक भी है। रोहित शर्मा ने 176 रन बनाए।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका के डीन एल्गर 27 और टेम्बा बवुमा 2 रन बनाकर नाबाद लौटे। एडेन मार्कराम को 5 रन के निजी स्कोर पर अश्विन ने बोल्ड कर दिया। थिउनिस डी ब्रुईन 4 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर ऋद्धिमान साहा को कैच थमा बैठे। डेन पीट खाता खोले बगैर जडेजा की गेंद पर बोल्ड हो गए।
कोहली, पुजारा और रहाणे सस्ते में आउट हुए
चेतेश्वर पुजारा 6, विराट कोहली 20, अजिंक्य रहाणे 15, हनुमा विहारी 10 और ऋद्धिमान साहा 21 रन बनाकर आउट हुए। रोहित और मयंक दोनों ने अपनी-अपनी पारी में 23 चौके और छह छक्के लगाए। मयंक-रोहित ने पहले विकेट के लिए 317 रन की साझेदारी की। रविंद्र जडेजा 30 और रविचंद्रन अश्विन 1 रन बनाकर नाबाद रहे।
ऐसे गिरे भारत के विकेट
- पहला विकेट: भारत को पहला झटका 317 रन के स्कोर पर लगा। केशव महाराज ने दक्षिण अफ्रीका को पहली सफलता दिलाई। उन्होंने रोहित को क्विंटन डीकॉक के हाथों स्टंप कराया।
- दूसरा विकेट: भारत का दूसरा विकेट 89वें ओवर की पहली गेंद पर गिरा। चेतेश्वर पुजारा 6 रन बनाकर वर्नोन फिलैंडर की गेंद पर बोल्ड हो गए। तब टीम का स्कोर 324 रन था।
- तीसरा विकेट: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अच्छी शुरुआत के बाद ज्यादा क्रीज पर नहीं टिक सके। मुथुसामी ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच लिया। कोहली ने मयंक के साथ 53 रन की साझेदारी की।
- चौथा विकेट: उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे चौथे बल्लेबाज के तौर पर आउट हुए। केशव महाराज की गेंद पर टेम्बा बवुमा ने कवर में उनका कैच लिया। रहाणे ने मयंक के साथ 54 रन की साझेदारी की।
- पांचवां विकेट: मयंक अग्रवाल को पार्टटाइम स्पिनर डीन एल्गर ने आउट किया। मयंक फुलटॉस गेंद पर छक्का लगाना चाह रहे थे, लेकिन गेंद डेन पीट के हाथों में चली गई।
- छठा विकेट: हनुमा विहारी भी छक्का लगाने के प्रयास में आउट हुए। केशव महाराज की गेंद पर एल्गर ने मिड ऑफ बाउंड्री पर उनका कैच लिया।
- सातवां विकेट: जनवरी 2018 के बाद पहली बार टेस्ट खेल रहे ऋद्धिमान साहा 21 रन पर आउट हुए। उन्होंने 16 गेंद की पारी में चार चौके लगाए। डेन पीट की गेंद पर मुथुसामी ने उनका कैच लिया।
रोहित-मयंक ने पहले विकेट के लिए भारत की ओर से तीसरी बड़ी साझेदारी की
रोहित और मयंक ने पहले विकेट के लिए भारत के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी की। दोनों ने धवन और विजय को पीछे छोड़ा। धवन-विजय ने 2013 में मोहाली में 289 रनों की साझेदारी की थी। भारत के लिए पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड वीनू मांकड़ और पंकज राय के नाम है। दोनों ने चेन्नई में 1956 में 413 रन की साझेदारी की थी। इस मामले में दूसरे नंबर पर द्रविड़ और सहवाग की जोड़ी है। दोनों ने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में 410 रन की साझेदारी की थी। टेस्ट में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और नील मैकेंजी के नाम है। दोनों ने 2008 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में 415 रनों की साझेदारी की थी।
रोहित-मयंक के रिकॉर्ड
- रोहित और मयंक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले विकेट के लिए सबसे ज्यादा रन की साझेदारी करने वाले खिलाड़ी बन गए। दोनों ने वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सहवाग-गंभीर ने 2004 में कानपुर में 218 रन की साझेदारी की थी।
- मयंक और रोहित दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी विकेट के लिए सबसे ज्यादा रन की साझेदारी करने वाले बल्लेबाज बन गए। दोनों ने सहवाग और राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को तोड़ा। सहवाग-द्रविड़ ने 2007-08 में चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम में दूसरे विकेट के लिए 268 रन की साझेदारी की थी।
- रोहित-अग्रवाल भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में ओपनिंग विकेट के लिए सबसे ज्यादा रन की साझेदारी करने वाले खिलाड़ी बन गए। दोनों ने गैरी कर्स्टन और एंड्रू ह्यूडन का रिकॉर्ड तोड़ा। कर्स्टन-ह्यूडसन ने 1996-97 में कोलकाता में 236 रन की साझेदारी की थी।
- रोहित-मयंक एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले भारतीय ओपनर बन गए। दोनों ने 9 छक्के लगाए। इस दौरान रोहित ने 6 और मयंक के 3 छक्के लगाए। इससे पहले 1993-94 में नवजोत सिंह सिद्दू और मनोज प्रभाकर ने मिलकर 8 छक्के लगाए थे। इनमें सभी छक्के सिद्धू के ही बल्ले से निकले थे।
रोहित-मयंक की उपलब्धियां
- भारत के लिए 10वीं बार दोनों ओपनर्स ने एक ही पारी में शतक लगाया। पिछली बार मुरली विजय और शिखर धवन ने अफगानिस्तान के खिलाफ 2018 में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम पर दोनों पारियों में शतक लगाया था।
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 9वीं बार किसी टीम के दोनों ओपनर ने एक पारी में शतक लगाया। पिछली बार 2008-09 में ऑस्ट्रेलिया के साइमन कैटिच और फिलिप ह्यूज ने डर्बन में ऐसा किया था।
- मयंक टेस्ट में शतक लगाने वाले 86वें बल्लेबाज बने। इस उपलब्धि को हासिल करने वाले वे 33वें ओपनर भी हैं।
- भारतीय ओपनर्स ने 24 पारियों के बाद शतकीय साझेदारी की। पिछली बार अफगानिस्तान के खिलाफ 2018 में बेंगलुरु में शिखर धवन और मुरली विजय ने शतकीय साझेदारी की थी।
- रोहित ने करियर का चौथा शतक लगाया। रोहित ने 10 पारियों के बाद 100+ रन बनाए। उन्होंने पिछला शतक श्रीलंका के खिलाफ 2017 में नागपुर के मैदान पर लगाया था।