बिलोड़ा (गुजरात)। अग्रणी उपासिका आशा चोरडिया वह सहयोगी उपासिका मंजू जी बाफना ने प्रातः की प्रार्थना करवाई। ठीक 6 :45 बजे प्रातःकालीन प्रवचन कार्यक्रम प्रारम्भ किया। सर्वप्रथमउपासिका मंजु जी ने वाणी संयम दिवस पर अपना वक्तव्य दिया। उपासिका आशा जी ने शुरुआत श्रद्धा से नमन करें हम महावीर स्वामी पहले वाणी संयम पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। और महावीर का पहला भव वह सम्यकत्व के पांच प्रकार के बारे में बताया सूत्र की व्याख्या की पहला बोल नरक गति के बारे में बताया।
अंत में तपस्या के प्रत्याख्यान करवाएं। उपवास, बेले, तेले, चोले आदि के प्रत्याख्यान साथ ही करवाएं। एकाशन एवं आयम्बिल के प्रत्याख्यान लगभग 8:00 बजे मंगल पाठ सुनाया। 2 से 5दोपहर की तत्त्व ज्ञान प्रतिक्रमण भक्तांबर और गोचरी कैसे करें इसकी चर्चा 6:45 पर प्रतिक्रमण प्रारम्भ हुआ। उपस्थिति लगभग 23 व्यक्ति प्रतिक्रमण किया। प्रवचन में माहेश्वरी ब्रम्हाकुमारी दो परिवार स्थानकवासी के 8 परिवार तेरापंथी के 8:50 पर उपस्थिति 48 व्यक्ति 4- बहनों ने रात्रिकालीन पौषध किया। 8 बजे अर्हत वन्दना एवं उसके पश्चात 20 मिनट जप अनुष्ठान उसके बाद अथँ वंदना मंजु जी ने आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के जीवन की घटनाएं बताई। 8:45 से प्रारम्भ हुए 9:50 उसके बाद – सम्यक्त्व जिज्ञासा समाधान के क्रम के साथ ही 10 बजे मंगलपाठ हुआ ।
बिलोड़ा (गुजरात) में चौथे दिन संयम दिवस का कार्यक्रम
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