नई दिल्ली: विराजित वरिष्ठतम सन्त “शासनश्री” मुनि श्री सुमेरमल जी ‘सुदर्शन’ के संथारे का आज छठा दिन सानन्द गतिमान है। समता साधक मुनि श्री के भावों की श्रेणी निरंतर प्रवर्धमान है। श्रावक समाज द्वारा पूरी जागरूकता के साथ जाप का क्रम जारी है। पावन संथारे में दर्शन करने के लिए गणमान्य जनों के साथ-साथ अनेक शहरों के श्रावक-श्राविकाएं दर्शनार्थ पहुंच रहे है। मुनि श्री के संथारे के उपलक्ष्य में अभी तक 4 हजार से अधिक लोगों ने त्याग में अपने नाम लिखाये है जो कि बहुत ही गौरव की बात है।