मुंबई। समन संस्कृति संकाय व अभातेयुप के तत्वाधान में तेरापंथ युवक परिषद व केंद्र व्यवस्थापक के निर्देशन में जैन विद्या कार्यशाला का आयोजन चेंबूर सभा भवन में किया गया।
कार्यशाला की शुरुआत केंद्र व्यवस्थापिका टीना जी हिरण के संचालन में तिलक नगर की बहनों ने सुमधुर ” जैन विद्या गीतिका” से मंगलाचरण द्वारा किया
जैन विद्या के केंद्र व्यवस्थापक श्रीमान सुशील हिरण ने कार्यशाला में समागम सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यशाला में स्पीच व संगीत प्रतियोगिता रखी गई। स्पीच प्रतियोगिता का शीर्षक “जैन विद्या जरूरी क्यों”व संगीत प्रतियोगिता आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के गीत पर आधारित रखी गई । सभी ने बहुत ही सुंदर अभिव्यक्तिया दी । इसमें 24 बहनों ने भाग लिया। स्पीच में प्रथम वनीता जी बाफना, द्वित्तीय भावना जी पटवारी, तृतीय भावना जी बड़ाला व मोनिका जी धाकड़ रहे।
संगीत स्पर्धा में प्रथम तारा आच्छा, द्वितीय लता डूंगरवाल ,तृतीय बेला डांगी रहे। प्रेमलता जी सिसोदिया व मीना साभद्रा ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
जैन विद्या के राष्ट्रीय सह संयोजिका श्रीमती प्रेमलता जी सिसोदिया, महाराष्ट्र प्रभारी श्रीमती विमला जी डागलिया, हर्बल लाइन के आंचलिक संयोजिका श्रीमती अनीता जी सियाल , सेंट्रल लाइन की आंचलिक संयोजिका श्रीमती ममता जी सिंगवी, प्रेक्षा प्रशिक्षक व उपासिका जी श्रीमती मीना जी साभद्रा ,सुन्दरी जोन की संयोजिका कल्पना जी, ज्ञानशाला से जीतमल जोन की संयोजिका वनिता जी हिरण, काजुपाडा केंद्र व्यवस्थापिका मोनिका जी, मानखुर्द केंद्र व्यवस्थापक यशवंत जी ,तेयूप चेंबूर उपाध्यक्ष श्रीमान मुकेश जी मांडोत की गरिमामय उपस्थिति रही।
प्रेमलता जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन विद्या एक ऐसी संस्था है जो इससे जुड़ गया उसको कर्म निर्जरा का पद मिला है , नवकार मंत्र से लेकर आचार मीमांसा 9 भाग तक है जैन विद्या वह मोक्ष का मार्ग है । जैन विद्या को पढ़कर अपने आचरण में उतारना चाहिए। उन्होंने चेंबूर केंद्र व्यवस्थापक की भूरी भूरी प्रशंसा की।
विमला जी डागलिया ने रोचक कथा के माध्यम से जैन विद्या की परीक्षा देने के लिए सभी को उत्साहित किया। अनीता जी व ममता जी ने ज्ञान चेतना वर्ष में जैन विद्या से जुड़े और अपने स्वयं के ज्ञान चेतना को जगाने के बारे में अपनी मधुर भाषा से प्रेरित किया।
गत वर्ष जैन विद्या कार्यशाला जीव अजीव में मेरिट में द्वितीय स्थान भावना जी व तृतीय स्थान वनीता जी के आने पर उनका सम्मान किया और जैन विद्या परीक्षा में भाग 2 में बेला डांगी का मेरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर सम्मान किया गया।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में महिला मंडल की टीम का पूरा सहयोग रहा। विशेष सहयोग महिला मंडल की कोषाध्यक्ष वनीता जी चंडालिया , किरण जी चंडालिया व वनिता जी हिरण का रहा ।
70 बहनों ने इस कार्यशाला में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आभार ज्ञापन सह केंद्र व्यवस्थापिका ममता जी कच्छारा ने किया।
चेंबूर में जैन विद्या कार्यशाला का सफल आयोजन
Leave a comment
Leave a comment