बारिश में मिट्टी की सौंधी-सौंधी खुशबू भला किसका मन नहीं मोह लेती। चारों तरफ हरे खिले-खिले पेड़ मन में नई ऊर्जा और उमंग का संचार करते हैं। गर्मी से राहत के बीच चटपटे पकवान खाने की तलब भी बढ़ जाती है। हालांकि मानसून के आगमन के साथ ही तैलीय-चिपचिपी त्वचा, कील-मुंहासों और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। ऋचा अग्रवाल, मल्लिका गंभीर और रजत कंधारी जैसे जाने-माने त्वचा रोग विशेषज्ञ इसी के मद्देनजर मानसून में रोजाना कम से कम दो से तीन बार चेहरे को अच्छे से साफ करने और प्राकृतिक चीजों से तैयार मॉश्चराइजर के जरिये त्वचा को नियंत्रित मात्रा में जरूरी नमी प्रदान करने की नसीहत देते हैं।
इसलिए जरूरी है टोनिंग : त्वचा में जमी गंदगी, अतिरिक्त नमी और मृत कोशिकाओं को हटाने के साथ ही रोम छिद्रों को बंद करती है टोनिंग। कील-मुंहासों, दाग-धब्बों और संक्रमण की शिकायत दूर रहती है।
घर पर बनाएं टोनर ’ खीरे के रस में आठ से दस बूंद गुलाबजल मिलाएं, दिन में दो बार रुई में लगाकर चेहरा साफ करें ’ ग्रीन टी, गुलाबजल, संतरे के जूस और खीरे के रस को समान मात्रा में मिलाकर आइस-ट्रे में जमाएं, रोज सुबह-शाम इसके टुकड़े चेहरे पर रगड़ें ’ समय-समय पर ठंडे पानी से चेहरा धोते रहने से रोमछिद्र बंद होते हैं, तेल का स्त्राव भी घटता है ’ ठंडा दूध भी बेहतरीन टोनर का काम करता है, रोमछिद्रों में जमी गंदगी साफ करने के साथ ही त्वचा को नमी देता है।
मी बनाए रखना भी अहम : चेहरे पर झुर्रियों, धारियों और रुखेपन की समस्या से बचने के लिए त्वचा की नमी बनाए रखना भी जरूरी है। हालांकि इसके लिए तैलीय क्रीम या लोशन का सहारा लेने से बचें।
प्राकृतिक मॉश्चराइजर बेहतर ’ एलोवेरा जेल में दो से चार बूंद गुलाबजल मिलाकर दिन में दो से तीन बार लगाएं ’ ऑर्गेनिक नारियल के तेल और ऑलिव ऑयल से मालिश भी अच्छा विकल्प ’ बेसन, हल्दी, गुलाबजल और नींबू के रस से तैयार फेसपैक लगाना फायदेमंद ’ गर्म पानी से नहाने से बचें, दिन भर में कम से कम आठ गिलास पानी जरूर पिएं
प्राकृतिक मॉश्चराइजर बेहतर ’ एलोवेरा जेल में दो से चार बूंद गुलाबजल मिलाकर दिन में दो से तीन बार लगाएं ’ ऑर्गेनिक नारियल के तेल और ऑलिव ऑयल से मालिश भी अच्छा विकल्प ’ बेसन, हल्दी, गुलाबजल और नींबू के रस से तैयार फेसपैक लगाना फायदेमंद ’ गर्म पानी से नहाने से बचें, दिन भर में कम से कम आठ गिलास पानी जरूर पिएं