मंत्र दीक्षा के अवसर पर शासन श्री साध्वी श्री सोमलताजी के उदगार
डोम्बिवली। ज्योतिपुरुष आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वीश्री सोमलता जी के पावन सानिध्य में तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में आयोजित मंत्र दीक्षा के कार्यक्रम में डोम्बिवली, वाशी, कोपरखेरने, नेरुल के बच्चों ने मंत्र दीक्षा स्वीकार की। कार्यक्रम की मंगल शुरुवात नमस्कार महामन्त्र से हुई।ज्ञानशाला के बच्चों ने” अर्हम गीत” का संगान किया।
ते.यू.प. मंत्री ललित पुनमिया ने स्वागत भाषण दिया। ज्ञानशाला मुख्य प्रशिक्षिका सीमा कोठारी ने आगंतुक अतिथियों का सत्कार किया।
शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी ने बच्चों को मंत्र दीक्षा देते हुए कहा-जैन शासन में नवकार महामन्त्र का बहुत महत्व है। बच्चों को भी नवकार महामंत्र कंठस्थ करवाया जाता है,क्योंकि यह विशुद्ध मंत्र है।वीतराग के पथ पर ले जाने वाला है। आपने यह भी कहा- नवकार मंत्र हिंसा की ज्वाला में अहिंसा का पानी ,वासना को उपासना में बदलने वाला,अहं से अर्हम तक पहुंचाने वाला , पतित को पावन बनाने वाला है। साध्वी श्री जी ने ज्ञानशाला की महत्ता बताते हुए कहा- ज्ञानशाला सुंस्कारो की पाठशाला है ।यहाँ आकर बच्चे सदाचार का पाठ सीखते है।आध्यात्मिक शिक्षा का प्रशिक्षण लेते है। ज्ञानशाला में जो बहीने बच्चों के निर्माण में निःस्वार्थ भाव से योगदान दे रही है। वह अनुमोदनीय है।
साध्वीश्री जागृत प्रभा जी ने गीत के माध्यम से गुड बॉय बनने के सूत्र बताये। साध्वी श्री रक्षितयशा जी ने रोचक कविता प्रस्तुत की।डोंबीवली ज्ञानशाला के बच्चों ने” जहां ज्ञान के दीपक जलते हैं, वो है ज्ञानशाला”- गीत का संगान और फैशन शो की सुंदर प्रस्तुति दी। वाशी ज्ञानशाला ने” संत वाणी का चमत्कार” एकांकी प्रस्तुत कर संत संगति करने का आह्वान किया।
कोपरखेरने ज्ञानशाला ने-” महाप्रज्ञ नाटिका के माद्यम से समर्पण , विनम्र बनने का संदेश दिया। नेरुल ज्ञानशाला की एक छोटी सी बालिका ने सुमधुर स्वर लहरियों से सबको भाव विभोर कर दिया।
मुंबई ज्ञानशाला की संयोजिका सुमन जी चपलोत ने कविता के माध्यम से बच्चों को जागृति लाने का सन्देश दिया। ज्ञानशाला संयोजक नरेशजी मादरेचा, महिला मंडल संयोजिका मधु जी कोठारी तेरापंथी सभा मंत्री कैलाश जी सिंयाल ने अपने भाव व्यक्त किये।ते.यू.प. ज्ञानशाला प्रभारी जीवन जी सिंघवी ने आभार ज्ञापन किया।
इस मौके पर प्रायोजक पारसमल जी बाफना का सम्मान व संस्कार शिशु बोध के बच्चों को पारितोषिक दिया गया।तेयुप अध्यक्ष राकेशजी कोठारी क्षेत्रीय प्रभारी जगदीश परमार ते यु प टीम महिला मण्डल सभी कि उपस्थिति रही 175 बच्चे व 35 प्रशिक्षकों की उपस्थिति रही।