नागपुर। वर्तमान समय में समाज के वरिष्ठ बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना कम ही देखने को मिलती हैं। लेकिन इन तमाम चीजों को छोड़कर एक अनूठी पहल नागपुर के अंदर राजस्थानी समाज द्वारा की जा रही है, जिसके तहत मंगलवार 16 जूलाई को गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मेवाड़ मित्र रामायण मंडल द्वारा मेवाड़ के वरिष्ठ समाजसेवी व बुजुर्ग श्री मोती लाल प्रजापति को सिक्कों से तोल कर सम्मानित किया जाएगा।
मराठा साम्राज्य के अभिन्न अंग रहे नागपुर में बड़ी संख्या में मेवाड़ और राजस्थान के लोग रहते हैं। उन्हीं लोगों द्वारा संचालित होने वाली रामायण मित्र मंडल संस्था इस बार बुजुर्ग सम्मान की परंपरा की शुरुआत की है जिसके पहले चरण में श्री प्रजापत को अभिनंदन किया जा रहा है।
ज्ञात रहे कि इस प्रकार की परंपरा पूर्व में राजशाही काल के दौरान मेवाड़ के अंदर देखने को मिलती थी मेवाड़ के सुप्रसिद्ध वीर विनोद ग्रंथ में 500 वर्ष पहले महाराणा करण सिंह द्वारा अपने पिता के सम्मान में तत्कालीन समय में प्रचलित होने वाले चांदी के सिक्कों से उन्हें तोड़कर वर्धन गरीबों के उत्थान में खर्च किया था उसके बाद के तमाम महाराणा के भी इतिहास में इस प्रकार की घटनाओं का जिक्र है लेकिन नागपुर की धरती पर यह कार्यक्रम अनूठा और अलग इसलिए हो रहा है क्योंकि मोती लाल प्रजापती जी एक संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति रहे हैं ग्रामीण क्षेत्र की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले मोतीलाल जी का पूरा परिवार नागपुर में रहता है कार्यक्रम की तैयारियों में मेवाड़ मित्र रामायण मंडल के अध्यक्ष रामलाल प्रजापती, भैरु लाल प्रजापती, सेवाराम प्रजापती, रमेश प्रजापती, मांगीलाल प्रजापती, रोशनलाल प्रजापती, शम्भूलाल प्रजापती, हिरालाल प्रजापती, लेहरीलाल प्रजापती, बाबूलाल प्रजापती धनराज प्रजापती गेहरीलाल प्रजापती गणेश प्रजापती, शंकरलाल प्रजापती, कैशूलाल प्रजापती धूलसिंह,जिवन सिंह,शम्भु सिंह,सहित अन्य समाजों के लोग सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
मुंबई के युवा समाजसेवी (पत्रकार) प्रकाश प्रजापती के अनुसार यह कार्यक्रम गुरुपूर्णिमा के अवसर पर निवास बोरगाव स्थित मोतीमहल में आयोजित होगा इस अवसर पर महा महाप्रसादी का भी आयोजन रखा गया है। बड़ी संख्या मे लोगों की उपस्थिति रहेगी। गुरूपूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जायेगी।
मेवाड़ की 500 साल पुरानी परंपरा नागपुर में होगी ताजा
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