मुम्बई : जैन धर्म में वर्षा ऋतु के समय चार महीने चारित्र आत्माएं एक ही जगह विराजमान होकर धर्म उपासना करते हैं। इसी कड़ी में शनिवार को मुंबई के ठाकुरद्वार की पावन धरा पर मेवाड़ के तारणहार, नाकोड़ा तीर्थोद्धारक, जिनशासन के गौरवशाली सुवर्ण मय इतिहास में 232 प्रतिष्ठाकारक , ज्योतिष -शिल्प दिवाकर परम पूज्य आचार्य देव श्रीमद विजय हिमाचलसूरीश्वरजी म. सा.के पट्टप्रभावक शिष्य रत्न मेवाड़ दीपक आध्यत्म मूर्ति प.पू. पन्यास प्रवर श्री रत्नाकर विजयजी म.सा. के शिष्य रत्न प.पू. आचार्य देव श्रीमद विजय रविशेखरसूरीश्वरजी म. सा., परम पूज्य पन्यास श्री ललितशेखर विजयजी म.सा. एवं मुनिराज श्री बोधिरत्न विजयजी म. सा. का भव्य चातुर्मासिक प्रवेश श्री ठाकुरद्वार जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के नेतृत्व में श्री नेमानी वाड़ी में हुआ। पू. गुरुभगवंतों का भव्यातिभव्य सामैया सकल श्री संघ के साथ वाजते-गाजते गोडीजी जिनालय पायधुनी से शुरू होकर माधव बाग वाड़ी में संपन्न हुआ।
प.पू. आचार्य देव श्रीमद विजय रविशेखरसूरीश्वरजी म. सा. ने देश के कोने कोने से हजारो की संख्या में आये लोगों के श्रद्धा भाव को सराहते हुए कहा कि चातुर्मास के इन पावन पर्व में अपने आत्मा की सुद्धि के लिए जप, तप और ध्यान में समय बिताएं। आत्मा को संवारने के सबसे सुनहरा अवसर होता है चातुर्मास। संत इन चार महीनों में स्वयं भी जप-तप आराधना करते हैं साथ ही अपने श्रावकों को भी करने के लिए प्रेरणा प्रदान करते हैं। वही साथ ही ठाकुरद्वार की पावन धरा पर ठाकुरद्वार संघ का एक भव्य भवन का निर्माण हो ऐसी भावना भी व्यक्त की।
मेवाड मुर्ति पूजक संघ मन्त्री किशन सिंघवी ने बाताया
प्रवेश दिन पू. गुरुभगवंतों के सामैया के लाभार्थी मातुश्री स्व. धुलीबाई नथमलजी राजावत परिवार (केलवाड़ा), प्रवेश दिन श्री संघ स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी शा. केशरीमलजी उमेदमलजी भंसाली परिवार (बिरामी) और जैन श्रीमती पुष्पाबेन राजमलजी मुणोत परिवार (दादाई)।
इस भव्य कार्यक्रम के दौरान गुरुपूजन और कामली ओढ़ाने का शौभाग्य श्रीमान शा. शांतिलाल केशरीमल परिवार (चरली), हाल मुम्बई एवं चातुर्मास दरम्यान तिलक और हार से बहुमान के लाभार्थी राम और श्याम (ठाकुरद्वार) साथ ही चातुर्मास दरम्यान श्रीफल और शॉल से बहुमान के लाभार्थी श्रीमति भूरीबाई अचलचंदजी चुन्नीलालजी पुनमिया (पिलोवणी) (भगवान एल्युमिनियम – मुम्बई) को प्राप्त हुआ। चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी मातुश्री श्रीमती छगनीबाई एवं पिताश्री बख्तावरमलजी हीरालालजी पामेचा परिवार (झालो की मंदार), श्री सुधर्मास्वामी प्रवचन हाल के लाभार्थी स्व. माणीबाई वरदीचंदजी संघवी परिवार (मजेरा), श्री गौतमरस्वामी आराधना हॉल के लाभार्थी स्व. श्रीमती मोतीबाई स्व. भुरालालजी पामेचा परिवार (गाँवगुड़ा), श्री सुलसा श्राविका हॉल के लाभार्थी स्व. श्री गणेशमलजी डालचंदजी बाफना की पूण्य स्मृति में मातुश्री श्रीमती रूपाबेन गणेशमलजी बाफना परिवार (चारुभुजा), श्री भरत चक्रवर्ती साधर्मिक हॉल के लाभार्थी स्व. माणीबाई वरदीचंदजी संघवी परिवार (मजेरा), षष्ठम वार्षिक ध्वजारोहण के लाभार्थी शा. भंवरलालजी प्रेमराजजी श्रीश्रीमाल परिवार (खिंवाड़ा), जय जिनेन्द्र के लाभार्थी श्रीमती गजीबाई केशरीमलजी इंदाजी, श्रीमती गटुबाई मूलचंदजी किशनाजी काश्यप गौत्र चौहान परिवार (चरली) का सहयोग मिला। कार्यक्रम में मंच का कुशलतापूर्वक संचालन विनोद भाई आचार्य जोधपुर वाले ने किया।
पइस अवसर पर श्री ठाकुरद्वार जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ, ठाकुरद्वार, मुंबई के अध्यक्ष वसंतकुमार मिश्रीमल भंसाली (बिरामी), उपाध्यक्ष राजमल चंदनमल (बांता), स. उपाध्यक्ष अशोककुमार वेलचंद वागोणी (भरुड़ी), सचिव महेंद्रकुमार माणेकचंद मांडोत करबावाला (सादड़ी), स. सचिव – श्री रसिकलालजी दीपचंदजी पालरेचा (शिवगंज), स. सचिव भरतकुमार पुखराज चौहान (तखतगढ़), कोषाध्यक्ष देवराज अचलचंद पुनमिया (पिलोवणी), स. कोषाध्यक्ष पंकजकुमार धिरजमल मेहता (पिंडवाड़ा), स. कोषाध्यक्ष देवीलाल चुनिलाल संघवी (मजेरा), साथ ही मेवाड़ मूर्तिपूजक संघ मुंबई अध्यक्ष मोहन पामेचा, उपाध्यक्ष अशोक बाफना, चन्दनमल सिंघवी, इंद्र सींग धुपिया, औम प्रकाश मेहता, चान्दमल सिंघवी, सोहनलाल कोठारी, रंगलाल राजावत, देवी लाल सिंघवी, धर्म चन्द कोठारी, मनोहर सिसोदिया, शान्तीलाल पामेचा, खूबीलाल सिंघवी, सुरेश पामेचा, सोहनलाल पामेचा, भेरुलाल पामेचा, मुकेश पामेचा, मोहनलाल पमेचा, अम्रत पामेचा, अशोक पामेचा, हस्तीमल पामेचा, अशोक पामेचा, बक्षीलाल पामेचा, कीर्ति पामेचा, भेरुलाल सिंघवी, शान्ती लाल पामेचा, हिमतलाल पामेचा, अर्जुनलाल पामेचा, लक्ष्मिलाल सिंघवी, हस्ती सिंघवी, सुरेश सिंघवी, मनसुख चंदू पामेचा, संजय सिंघवी, श्री मेवाड़ केशरी नवयुवक मंडल – मुम्बई अध्यक्ष अमृत कोठारी, कमलेश राठौड़, प्रदीप मेहता, अनिल पामेचा, आशीष कोठारी, महावीर कोठारी, हितेश मेहता, मुकेश पामेचा, हरीश चपलोत, रोहीत राठौड़, विनोद कोठारी, ललित चपलोत, गणपत कावड़िया, रवि पामेचा, मोहित कोठारी, राहुल कोठारी, नितिन सियाल, अभिषेक कोठारी, राहुल कावड़िया, मनीष चंडालिया, धर्मेश सिंघवी, जयेश कोठारी, रमेश राठौड़, नीलेश चंडालिया, हस्तीमल पामेचा आदि की सक्रिय भूमिका कार्यक्रम को सफल बनाने में रही। यह जानकारी किशन सिंघवी ने दी।
रूपेश दुबे – 7506100014
प.पू. आचार्य देव श्रीमद विजय रविशेखरसूरीश्वरजी म. सा. का श्री ठाकुरद्वार जैन श्वे. मू. पू. संघ में हुआ भव्य चातुर्मासिक प्रवेश
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