मुंबई। महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल कालबादेवी के विशाल प्रांगण के तुलसी सभागृह में बीसवीं सदी के महापुरुष आचार्य श्री तुलसी का 23 वां महाप्रयाण दिवस शासन श्री साध्वी कैलाशवती जी के सानिध्य में रखा गया। विशाल जनमेदिनी को संबोधित करते हुए शासन श्री जी ने कहा आचार्य श्री का जीवन सोलह कलाओं परिपूर्ण था। देव विमान के साथ आप मां वंदना गर्भ में अवतरित हुए। आप प्रबल पुण्यशालि बालक के रूप में लाडनूं में जन्में। मात्र 11 र्वष की उम्र में आपने परम पूज्य आचार्य श्री कालू गणि के पास संयम ग्रहण किया । औपन्तिकी बुद्धि ने आपके समर्पण रुपी अधर्य ने गुरु कालू गणि के हृदय में विशेष स्थान स्थापित किया । आपके युवाकंधों पर 22 वर्ष की अवस्था में ही विशाल धर्मसंघ का दायित्व सौंपा गया अर्थात आप तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य बन गए। आपने 60 वर्ष तक समाज, देश व राष्ट्र को संयम, नैतिकता समन्वय ,प्रमाणिकता का पोषण दिया आपके अवदानो की सूची जन-जन में प्राण भरती है। साध्वी पंकज श्री जी ने कहा आचार्य श्री तुलसी समाज सुधारक महापुरुष थे। समाज की उलझी ग्रंथियो को जीवन हर सुलझाते रहे। अणुव्रत की गूंज के द्वारा आपने मानव मस्तीक को बदलने का अतीक परिश्रम किया। आप एक महान यात्रावर थे। आपने कश्मीर से कन्याकुमारी यात्रा की। आपका कतृन्त्वे,वकतृत्वे, नेतृत्व बेजोड़ था। आगमो के भाग्यकार कहलाए। 23 जून 1997 को मध्यान्ह 11.21 पर आपने अपना चोला बदल लिया। अर्थात मानव दहा को त्याग दिया ,देव दह को प्राप्त हो गए । जैन धर्म को जनधर्म बनाने के लिए हरक्षण-हर पल गली, गली गांव ,गांव पांव,पावं चलते रहे। आपके अतुल मनोबल और अमाप्य साहस ने तेरापंथ धर्म संघ के भाल पर एक न नहीं कई सवर्षतक रचें। आचार्य श्री तुलसी शंकर बनकर दुनिया के विष को पिते रहे अमृत उगलते रहे हिमालय की तरह हर प्रस्थिति में अडिंग रहे।
इस प्रोग्राम का मंगलाचरण दक्षिण मुंबई की महिलाएं शर्मिला धाकड़ व पुष्पा कछारा ने किया। कितनी विशाल मैं मेदिनी को देखकर लग रहा था कि तेरापंथ युवक परिषद दक्षिण मुंबई का श्रर्म बोल रहा है। अपने आराध्य के श्री चरणों में श्रद्धांजलि भेंट करते हुए तेयुप दक्षिण मुंबई ने एक गीतिका प्रस्तुत की । मनोज झाबक, दिनेश धाकड़ ने सुमधुर प्रस्तुति दी। आचार्य महाप्रज्ञ विद्यानिधि फाउंडेशन के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया ने श्रद्धांजलि भेंट करते हुए कहा आचार्य श्री तुलसी का पद विसर्जन एवं अणुव्रत समाज व देश को प्रशस्त गति प्रदान करता है। साध्वी ललिता श्री एवं साध्वी सम्यकत्व यशा जी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति देते हुए कहां आचार्य श्री तुलसी जन जन की तकदीर थे। मुंबई तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष गणपत डागलिया ,मुंबई महिला मंडल की मंत्री शवेता सुराणा, सुरेश निमजा, ताराचंद बरलोटा, ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। पंजाब से आए हुए दिवस जैन ,तरु एवं हिमानी जैन ने एक नाटिका प्रस्तुत की। दक्षिण मुंबई की महिला मंडल ने गीतिका प्रस्तुत की। नवनिर्वाचित दक्षिण मुंबई तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष पवन बोलिया ने भाव भरी श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ साथ मे उन्होंने रात्रि में होने वाले धम्मजागरणा में आज के संगायक निलेश जी बाफना की जानकारी दी।कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्री शारदा प्रभा जी ने कुशलता पूर्वक किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में किशनलाल डागलिया, प्यारचंद सिसोदिया, मीठा लाल सिसोदिया, प्रकाश सिसोदिया, सुखलाल सियाल, मूलचंद बागरेचा, गणपत डागलिया, इन्दरमल धाकड़, ताराचंद बरलोटा, पवन बोलिया, नितेश धाकड़, अशोक बरलोटा, दिनेश धाकड़, किशन राठौड़, निलेश धाकड़, उत्सव धाकड़, रौनक धाकड़, महावीर ढेलरिया, पुराण चपलोत, राहुल मेहता, पुष्पा कच्छारा, शर्मिला धाकड़,रेनू बोलिया, रेखा बरलोटा, वंदना बागरेचा, भावना बागरेचा, पूजा राठौड़ । यह जानकारी तेयुप दक्षिण मुंबई के उपाध्यक्ष नितेश धाकड़ ने दी।
कालबादेवी में मनाया आचार्य तुलसी का 23 वां महाप्रयाण दिवस
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