इस्लामाबाद:पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भारतीय कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के एक प्रसिद्ध कोट (उद्धरण) का श्रेय गलत तरीके से लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को देने पर ट्रोल किया गया। लोगों ने उनको फॉरवर्ड मेसेज को सोशल मीडिया पर शेयर न करने की भी सलाह दी।
दरअसल इमरान खान ने एक प्रेरक कोट अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था। इस कोट में लिखा था, ‘मैं सोया और सपना देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है।’
इस कोट का श्रेय उन्होंने लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को दिया और लिखा कि ‘जिन्होंने जिब्रान के इन शब्दों को समझा व संतोष से जी सकते हैं’।
इमरान खान को शायद अपनी गलती का एहसास नहीं हुआ, लेकिन उनका ट्वीट देख लोगों ने जरूर यह गलती पकड़ ली और फिर उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
कुछ लोगों ने कॉमेंट करते हुए बताया कि यह कोट असल में रवींद्रनाथ टैगोर का है। यूजर्स ने पाकिस्तानी पीएम को सलाह दी कि वह कुछ फॉरवर्ड करने से पहले चेक कर लिया करें। एक शख्स ने मीम बनाया जिसमें मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर थी जिसके साथ लिखा गया था ‘मैं रवींद्रनाथ टैगोर से इमरान खान की ओर से माफी मांगता हूं’।
इमरान ने टैगोर की लाइनों को खलील जिब्रान का बताया, यूजर्स ने कहा- अपने तथ्य ठीक करिए
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