भुसावल। आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वीश्री निर्वाणश्री जी आदि ठाणा-6 के २८ दिवसीय भुसावल प्रवास की परिसंपन्नता पर तेरापंथ सभा द्वारा मंगलभावना समारोह समायोजित किया गया। उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए विदुषी साध्वीश्री निर्वाणश्री जी ने कहा- भुसावल में दूसरी बार हम आए और लंबा प्रवास हुआ। इस प्रवास की उपलब्धि रही आवसीय कन्या संस्कार निर्माण शिविर । इस सफल शिविर से भुसावलवासियों को एक नई पहचान प्राप्त हुई। हमारे प्रस्थान के पश्चात भी सभी आध्यात्मिक गतिविधियाँ पूरी सक्रियता एवं समरसता के साथ संचालित होनी चाहिये।
प्रबुद्ध साध्वीश्री डा.योगक्षेमप्रभाजी ने कहा- भुसावलवासियों की कार्यक्षमताओं से अब हम पूरी तरह से वाकिफ हो गए हैं। भयंकर गर्मी के कारण आप हर समय साध्वियों के प्रवास का पूरा लाभ लें सकें या ना लें सके। पर अब चातुर्मास का समय सामने है। जलगांव आपका निकटम पड़ोसी क्षेत्र है। वहां भी साध्वीश्री जी के प्रवास का पूरा-पूरा लाभ लेना है।यहां की सभी संस्थाओं में पारस्परिक का भाव प्रगाढ़ होने से आप अच्छी आध्यात्मिक आराधना कर सकेंगे। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष पारस जी कोठारी ने अपने भाव प्रकट करते हुए कहा- साध्वीश्री ने हमारे लिए अनथक श्रम किया है! उस श्रम के कारण ही हम सफलता के मुकाम तक पहुंच सके।
सभा के कर्मठ रवीन्द्र निमाणी ने अपने भावों को अभिव्यक्त करते हुए कहा – साध्वीश्री ने विशेष कृपा भाव भुसावल वासियो पर रखा है। भविष्य में भी आप हमारे क्षेत्र की इसी तरह संभाल करते रहें। इस अवसर पर कन्या मंडल संयोजिका पायल चोंरडिया सही संयोजिका समीक्षा छाजेड़ आदि ने समवेत गीत की प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला प्रशिक्षका सपना ,श्रद्धा एवं पूनम ने अपने भावों को व्यक्त किया। स्थानीय महिला मंडल की और से श्रीमति मंजु ,राजेश्वरी,कीर्ति ,डिम्पल ने भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया। किशोर मंडल की और से रीषी चोरड़िया ने कृतज्ञता ज्ञापित की । श्रीमती नयना चोरड़िया ,गायत्री छाजेड़ ,सुश्री खुशी निमाणी ने अपने भावों की प्रांसगिक अभिव्यक्ति दी। ज्ञानशाला के नन्हे-मुन्नें ज्ञानार्थियों ने समवेत रूप में सुंदर संवाद से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन कर्मठ कार्यकर्ता पंकज छाजेंड़ ने किया। यह जानकारी पंकज छाजेंड़ ने दी।
भुसावल मंगलभावना समारोह में उमडा़ जनसैलाब
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