नई दिल्ली:संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और कांग्रेस अब तक लोकसभा में अपने नेता का भी चयन नहीं कर पाई है। लोकसभा चुनाव में महज 52 सीटें ही जीतने वाली कांग्रेस को इस बार भी सदन में नेता विपक्ष का पद नहीं मिल पाएगा। पहले यह चर्चाएं थीं कि पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने पर अड़े राहुल गांधी लोकसभा में नेतृत्व संभाल सकते हैं। लेकिन अब उनके पद छोड़ने को लेकर असमंजस की स्थिति के बाद लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर भी संशय है।
दूसरी तरफ बीजेपी ने लोकसभा में अपने उपनेता और राज्यसभा में नेता का फैसला कर लिया है। यही नहीं बीजेपी ने पूरी संसदीय कार्यसमिति की टीम का ऐलान सदन का सत्र शुरू होने से कई दिन पहले ही कर दिया। पार्टी ने राज्यसभा में थावरचंद गहलोत को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की जगह पर सदन का नेता बनाया है। उच्च सदन ने पार्टी के संसदीय दल के उपनेता रेल मंत्री पीयूष गोयल होंगे। इसके अलावा लोकसभा में पार्टी के उपनेता राजनाथ सिंह होंगे। सदन के नेता प्रधानमंत्री होते हैं।
पिछली लोकसभा चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे सदन में कांग्रेस का नेतृत्व करते थे। हिंदी और इंग्लिश में अच्छी पकड़ के साथ ही गांधी फैमिली के वह करीबी माने जाते हैं, लेकिन इस बार उनके चुनावी समर में हारने के बाद से किसी उपयुक्त नेता की तलाश है।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक लोकसभा में पार्टी के नेता के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, शशि थरूर के अलावा पश्चिम बंगाल की कांग्रेस यूनिट के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के नामों पर विचार चल रहा है। इसके अलावा केरल की यूनिट के वर्किंग प्रेजिडेंट के. सुरेश भी रेस में बताए जा रहे हैं।
संसद सत्र में सिर्फ एक दिन बाकी, लोकसभा में कांग्रेस का नेता तय नहीं
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