लंदन:यूरोपीय संसदीय चुनाव में 178 सीटों के साथ यूरोपियन पीपुल्स पार्टी (ईपीपी) सबसे बड़ा राजनीतिक समूह बनकर उभरी है। यूरोपीय संसद ने जो नतीजे सार्वजनिक किए हैं, उससे यह बात सामने आई है। हालांकि इसकी संभावना है कि ईपीपी को 2014 के मुकाबले 38 सीटें कम मिल सकती हैं।
युवाओं ने डाले सबसे ज्यादा वोट
इस चुनाव में उम्मीद से ज्यादा वोट पड़े। माना जा रहा है कि इस बार युवा मतदाताओं ने कहीं ज्यादा मतदान किया है। यूरोपीय संसद के लिए 23 से 26 मई के बीच चुनाव हुए जिनमें 700 से ज्यादा यूरोपीय सांसदों को चुने जाने के लिए मतदान हुआ। ये सांसद 28 यूरोपीय देशों के 50 करोड़ से ज्यादा यूरोपीय नागरिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
नतीजों से लगता है लोकलुभावन लहर थमी
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, रविवार को शुरुआती नतीजों से पता चलता है कि हाल के महीनों में यूरोप में जो लोकलुभावन और राष्ट्रवादी लहर चल रही थी, वह थम सी गई है। जर्मनी में एंगेला मार्केल की पार्टी पिछड़ी। हालांकि, दक्षिणपंथी व राष्ट्रवादी नेता इटली, फ्रांस और हंगरी में जीते तो हैं लेकिन जैसी उम्मीदें उन्हें खुद तथा औरों को थीं, वे उन पर खरे नहीं उतर पाए हैं।
क्या है यूरोपीय संसद
यूरोपीय संसद, यूरोपीय संघ का इकलौता और प्रत्यक्ष निर्वाचित हिस्सा है। मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव प्रत्येक पांच साल के लिए करते हैं। इसके मौजूदा सांसदों की संख्या 751 है। 2014 के 42 प्रतिशत की तुलना में लगभग 50.5 प्रतिशत पात्र यूरोपीय मतदाताओं ने चुनाव में इस बार भागीदारी की।
ब्रिटेन की ब्रेग्जिट पार्टी की जीत, कंजरवेटिव को झटका
यूरोपीय संघ के विरोधी नाइजेल फेरेज की ब्रेग्जिट पार्टी को यूरोपीय संसद के चुनाव में सोमवार को सफलता मिली जबकि सत्ताधारी कंजरवेटिव को बड़ा झटका लगा। फरवरी में पंजीकृत हुई ब्रेग्जिट पार्टी ने 32 प्रतिशत वोट जीते हैं। यूरोपीय संघ समर्थक लिबरल डेमोक्रेट्स और ग्रीन पार्टी को भी सफलता मिली।
1832 के बाद सत्तारुढ़ दल का प्रदर्शन सबसे खराब:
रविवार को यह चुनाव ऐसे वक्त हुआ है, जब पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने समय पर ब्रेग्जिट नहीं हो पाने के लिए इस्तीफा देने की घोषणा की थी। थेरेसा मे की कंजरवेटिव पार्टी को नौ प्रतिशत वोट मिले और उसने 1832 के बाद किसी चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया । विपक्षी लेबर पार्टी को 14 प्रतिशत वोट मिले।
भारतवंशी उद्यमी दिनेश धमीजा एमईपी के सदस्य निर्वाचित
ब्रिटिश भारतीय उद्यमी दिनेश धमीजा लंदन से यूरोपीय संसद (एमईपी) के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं। ईबुकर्स डॉट कॉम के संस्थापक धमीजा ईयू में रहने के कट्टर समर्थक हैं।
पोप फ्रांसिस ने परिणामों पर किया आगाह
यूरोपीय संघ के चुनाव में दक्षिणपंथी और यूरोपीय संघ के अधिकारों की आलोचक पार्टियों की जीत के बीच पोप फ्रांसिस ने असहिष्णुता और नस्लवाद के खिलाफ सोमवार को आगाह किया।