भोपाल:मध्यप्रदेश विधानसभा में विश्वास मत साबित करने की भाजपा की चुनौती पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। इससे पहले मध्यप्रदेश भाजपा ने राज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि यहां बहुत सारे मुद्दे हैं। कांग्रेस विधायक अपनी पार्टी से खुश नहीं हैं, वे पार्टी छोड़ेने के लिए तैयार हैं। इससे सरकार के पास बहुमत नहीं बचेगा।
भार्गव ने आज यहां मीडिया से कहा कि हर सर्वेक्षण में केंद्र में एनडीए सरकार तय लग रही है। नए परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को 29 में से 26-27 सीटें आने की संभावना है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस के पास विश्वास नहीं बचा। ये जनमत राज्य सरकार के खिलाफ आया है और इसलिए सरकार को जल्द विधानसभा का सत्र बुलवा कर सदन में विश्वास साबित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब लोगों की राय कांग्रेस के खिलाफ है, तो नया सत्र बुलवा कर जल्द चर्चा कराना भाजपा का राजधर्म है। उन्होंने दावा किया कि नतीजे एग्जिट पोल से बहुत ज्यादा अलग नहीं आएंगे।
भाजपा पहले दिन से सरकार गिराने की कोशिश में- कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा, भाजपा पहले दिन से ही सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। हम पिछले पांच महीने में चार बार बहुमत हासिल किया। वे अगर ऐसा फिर चाहते हैं, तो हमें कोई परेशानी नहीं है। उनका खुलासा न हो इसलिए वे वर्तमान सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार फ्लोेर टेस्ट के लिए तैयार है।
कांग्रेस के पास 114, भाजपा के पास 109 सदस्य
मध्यप्रदेश में पिछले साल नवंबर-दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस की वापसी हुई है। वर्तमान में 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 और भाजपा के पास 109 सीटें हैं।
पार्टी | मौजूदा विधायक |
कांग्रेस | 114 |
भाजपा | 109 |
बसपा | 2 |
सपा | 1 |
निर्दलीय | 4 |