पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में वोट डाला। इस दौरान उन्होंने सात चरणों में कराए गए चुनाव और इसके वक्त पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इतनी गर्मी में इतना लंबा चुनाव नहीं चलना चाहिए। इसे दो से तीन चरणों में फरवरी-मार्च में कराया जाना चाहिए। इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर चर्चा कराई जाए।
गर्मी की वजह से लोगों की भागीदारी कम होती है
नीतीश ने कहा कि अप्रैल-मई में गर्मी होने की वजह से चुनाव प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी कम हो जाती है। चुनाव एक चरण का ही बेहतर होता है, लेकिन देश बड़ा है कि इसलिए दो या तीन चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं।
बिहार में सातों चरण में मतदान
बिहार में सात चरणों में मतदान हो रहा है। सातवें चरण में आज आठ सीटों पर वोटिंग जारी है जबकि 32 सीटों पर मतदान हो चुका है। बिहार में सातवें चरण में नालंदा, पटना साहिब, पाटलीपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद में मतदान हो रहा है। इस चरण में शत्रुघ्न सिन्हा, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी कुमार चौबे, मीरा कुमार, रामकृपाल यादव, आरके सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और मीसा भारती समेत कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है।
मोदी ने कहा था- आदिवासियों के साथ बैठो लंबे चुनाव की थकान दूर हो जाएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में अपनी अंतिम रैली शुक्रवार को मध्यप्रदेश के खरगोन में की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था- दिल्ली में कहते हैं चुनाव लंबा हो गया है वे थक गए हैं। मैं कहता हूं कभी आदिवासियों के बीच में आकर बैठो सारी थकान मिट जाएगी।