नई दिल्ली:क्राइम ब्रांच यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की रहस्यमयी मौत की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुंच गई है। रविवार को रोहित की मां उज्जवला के खुलासे से पत्नी अपूर्वा की मुश्किलें बढ़ गईं। क्राइम ब्रांच तीन लोगों के बयान, दो मोबाइल नंबर और 23 कॉल डिटेल रिकॉर्ड के जरिये जांच आगे बढ़ाते हुए हत्या की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। अब तक की तफ्तीश में काफी हद तक चीजें साफ हो गई हैं। माना जा रहा है कि क्राइम ब्रांच जल्द ही हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए आरोपी की गिरफ्तारी कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच निष्कर्ष पर पहुंच चुकी है कि हत्या के पीछे किसका हाथ है। मगर हत्या की वजह और इसमें किस-किस की भूमिका है, इसके साक्ष्य एकत्र करने में पुलिस जुटी है, ताकि सब कुछ साफ किया जा सके। इस मामले में रोहित की पत्नी अपूर्वा, उसके भाई सिद्धार्थ और घर में मौजूद एक नौकर के बयान सबसे अहम माने जा रहे हैं। इसके अलावा मामले में फॉरेंसिक और तकनीकी जांच कराई जा रही है, ताकि बयानों की सत्यता परखी जा सके और सबूतों के जरिये कड़ी से कड़ी जोड़कर हत्याकांड का खुलासा किया जा सके।
कार की फॉरेंसिक जांच की
फॉरेंसिक टीम ने रविवार को उस कार की गहनता से जांच कि जिसमें रोहित को अस्पताल ले जाने की तैयारी थी, मगर तब तक उसकी मां एंबुलेंस लेकर पहुंच गई और उसे एंबुलेंस से ही ले जाया गया।
दंपति के मोबाइल की जांच
रोहित शेखर और उसकी पत्नी अपूर्वा से जुड़ी 23 कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। तफ्तीश में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है कि 15 अप्रैल की रात करीब दो से चार बजे के बीच रोहित शेखर के मोबाइल से एक नंबर पर 12 बार कॉल की गईं। वहीं, अपूर्वा के कॉल रिकॉर्ड में शामिल कुछ नंबर भी संदेह के घेरे में हैं। ऐसे में दोनों के मोबाइल नंबर, 23 कॉल रिकॉर्ड और अपूर्वा, सिद्धार्थ एवं एक नौकर के बयान इस मामले की जांच में सबसे अहम साबित हो रहे हैं। इनके आधार पर ही क्राइम ब्रांच की तफ्तीश आगे बढ़ रही है।