मुंबई। प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य केंद्र द्वारा 1 अप्रैल से आयोजित 10 दिन के एक साथ प्रतिदिन 3 समय 3 घंटे के 3 शिविर के सफलता पूर्वक परिसम्पन्नता पर कार्यशाला व समापन समारोह आज शनिवार को समणी श्री डॉ निर्वाणप्रज्ञा व समणी श्री मध्यस्थ प्रज्ञा के सानिध्य में रखा गया।
मुख्य प्रशिक्षक श्री पारसमल जी दुग्गड़ व विशिष्ठ प्रशिक्षक डॉ निरंजना जी, के वी देशमुख जी, विमला जी दुग्गड़, विमल जी पटेल, पूनम जी, अलका जी जयकुमार जी, साक्षी जी, लता जी, भारती जी, नितिन जी आदि व 10 से अधिक वालंटियर्स के श्रम व स्वास्थय विभाग के डायरेक्टर जयचंद जी सांखला, संयोजक प्रमोद डांगी एवं प्रीति धाकड़, राजेन्द्र जी सिंघवी के साथ सायरा जी जैन, उषा जी व अन्य टीम के सदस्यों के अथक प्रयास से 3 घंटे के प्रतिदिन के तीन शिविर का कुशल संचालन हुआ।
समणी श्री डॉ निर्वाणप्रज्ञा जी फरमाया की यह समापन नही नई जीवनशैली का शुभारंभ है व सभी शिवार्थीओ ओ इस शैली को हर पल अपनाकर उत्तरोत्तर विकास की ओर बढ़ाना है। वरिष्ठ प्रेक्षाप्रशिक्षक शांतिलाल जी कोठारी ने बताया कि भगवान महावीर द्वारा बताया कायोत्सर्ग बंधन मुक्ति का सरल उपाय है। मुद्राविज्ञान व सुष्म चिकित्सा विशेषज्ञ श्री पारसजी जी दुग्गड़ ने श्रोताओं द्वारा स्वास्थ्य कैसे रहे, इसकी कई नई जानकारी दी गयी।
महामना आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के जन्मशताब्दी वर्ष के पूर्व शासन श्री साध्वी श्री कैलाश वती जी, विदुषी साध्वी श्री अणिमा श्री जी व मंगल प्रज्ञा जी के मंगल सानिध्य में प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य केंद्र, कांदीवली का मंगल शुभारंभ 24 मार्च को हुआ था।
समारोह में सम्मिलित अनेको शिविरार्थीयो रचना जी हिरण, लीला जी परमार, रेखा जी धाकड़, विनीत जी गांधी, मंजू जी, रामपाल यादव, सुरभि, तरुण आदि अन्य शिविरार्थीओ ने प्रशिक्षिको की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए इस योगा, प्रेक्षाध्यान व जप की निरंतर साधना द्वारा हुए अपने जीवन मे हुए परिवर्तन व स्वास्थय लाभ पर प्रकाश डाला। अनेक शिविरार्थीओ को आश्चर्यचकित करने वाले स्वास्थ्य लाभ हुआ। रामपाल यादव ने बताया कि प्रेक्षाध्यान से उसकी नेगेटिव मानसिक परिस्थिति पूर्णतया सकारात्मक बन गयी। विनया पराड़कर, जो स्वयं पेशे से नर्स है, ने बताया कि वह काफी समय से डिप्रेसन व थाइरोइड से ग्रस्त है व एक साल से निरंतर डिप्रेशन की दवाइयां ले रही थी। प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य शिविर के छठवें दिन से उन्हाने यह दवाई छोड़ दी व पिछले 6 दिनों से बिना किसी दवाई के वह बेहतर महसूस कर रही है। उन्होंने आगे से किसी डिप्रेशन दवाई नही लेने का संकल्प भी लिया। ऐसे ही दोपहर के कैम्प में सहभागी सुमन जी रालेचा ने बताया की वह शिविर के पहले अनमूनन प्रतिदिन दर्द की दवाई लेती थी, परंतु शिविर के तीसरे दिन के बाद उनको कोई दर्द की दवाई की जरूरत नही रही व शरीर का स्ट्रेस लेवल लगभग खत्म हो गया। ऐसे ही अनुभव अन्य शिविरार्थीओ के रहे।
श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के अंतर्गत संचालित प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य विभाग की आगामी तैयारी की जानकारी देते हुए संयोजक प्रमोद डांगी ने बताया कि 15 अप्रैल व 29 अप्रैल से पुनः 10 दिवशीय स्वास्थ्य शिविर, मई महीने में किशोरों के लिए मई में 4 से 5 दिवशीय खेलकूद, कैरियर काउंसलिंग, मोटिवेशन स्पीकर के साथ विशेष प्रेक्षाध्यान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
केंद्र के संचालन में फाउंडेशन अध्यक्ष सुरेंद्र जी कोठारी, कोषाध्यक्ष जवरीलाल जी, संदीप जी नाहटा, लीला जी परमार, प्रेक्षा प्रशिक्षक ज्ञान जी भंडारी, वरिष्ठ प्रेक्षा प्रशिक्षक शांतिलाल जी कोठारी, विनोद जी, अशोक जी, सुशीला जी व स्थानीय कांदीवली, मालाड, बोरीवली व आसपास की तेयुप व महिला मंडल की पूरी टीम का पूरा पूरा सहयोग मिल रहा है।
प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य केंद्र कांदीवली में प्रथम प्रेक्षाध्यान स्वास्थ्य शिविर का सफल समापन
Leave a comment
Leave a comment