नई दिल्ली, एजेंसी। इस साल मानसून के मौसम में अब तक सात राज्यों में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से संबंधित घटनाओं में करीब 868 लोगों की मौत हो गई और इनमें से 247 लोगों की मौत केरल में हुई। गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा मोचन केंद्र (एनईआरसी) के अनुसार, केरल में बारिश और बाढ़ के चलते 247 लोगों की मौत हो गयी, जहां 14 जिलों के 2.11 लाख लोग बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और 32500 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में लगी फसलें तबाह हो गई।
इस तरह की घटनाओं में उत्तर प्रदेश में 191, पश्चिम बंगाल में 183, महाराष्ट्र में 139, गुजरात में 52, असम में 45 और नगालैंड में 11 लोगों की मौत हो गयी। बाढ़, बारिश की घटनाओं में कुल 33 लोग अब तक लापता हैं। जिनमें 28 केरल के तथा पांच पश्चिम बंगाल के हैं। राज्यों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 274 लोग घायल हो गए। महाराष्ट्र के 26 जिलों, असम के 23, पश्चिम बंगाल के 23, केरल के 14, उत्तर प्रदेश के 13, नगालैंड के 11 और गुजरात के 10 जिले इस साल बारिश से बुरी तरह प्रभावित रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। उन्होंने शुक्रवार को फोन पर राज्य के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से बात की और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। मोदी ने ट्वीट किया, बाढ़ के कारण पैदा हुई दुभार्ग्यपूर्ण स्थिति का जायजा लेने शाम को मैं केरल जा रहा हूं। उन्होंने कहा, केरल के मुख्यमंत्री के साथ टेलीफोन पर बात हुई। हमने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चचार् की और बचाव अभियान की समीक्षा की।
मोदी के रात नौ बजे के करीब तिरुवनंतपुरम पहुंचने की संभावना है और वह राजभवन में रुकेंगे। शनिवार को वह बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। भारी बारिश, नदियों में बाढ़ की स्थिति और भूस्खलन की घटनाओं के परिणामस्वरूप राज्य में लगभग 1०० लोग जान गंवा चुके हैं।