संयुक्त राष्ट्र: आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव लाने के बाद फ्रांस ने अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन दोहराया है। उसने कहा कि सुरक्षा परिषद का विस्तार जरूरी है। बता दें कि भारत लंबे समय से ब्राजील, जर्मनी और जापान के साथ मिलकर सयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग कर रहा है और इस बात पर जोर दे रहा है कि ये देश इस प्रभावशाली वैश्विक संस्था के स्थायी सदस्य बनने के हकदार हैं।
फ्रांस 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का स्थायी और वीटो अधिकार प्राप्त सदस्य देश है। इस माह इसकी अध्यक्षता संभालने वाले फ्रांस ने पिछले माह अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पेश किया था।
फ्रांस ने सुरक्षा परिषद में भारत, जर्मनी और जापान की स्थायी सदस्यता के प्रति अपने समर्थन को दोहराते हुए कहा कि इस शक्तिशाली संस्था में स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार इसके सुधार की दिशा का पहला अहम हिस्सा होगा। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के स्थायी प्रतिनिधि फ्रांकोइस डेल्ट्रे ने पत्रकारों से कहा, ‘हम भारत, ब्राजील, जर्मनी, जापान और अफ्रीका के न्यायसंगत प्रतिनिधित्व के साथ ही सुरक्षा परिषद के स्थायी और गैर स्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार चाहते हैं। इसके सुधार की दिशा में यह पहला अहम कदम होगा।’