बालासोर: भारत ने अपने एक सबसे अत्याधुनिक टैंकरोधी मिसाइल के हेलीकॉप्टर से दागे जाने वाले प्रारूप ‘हेलीना’ का शुक्रवार को ओडिशा तट पर परीक्षण किया। यह मिसाइल 7-8 किमी की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इसे आर्मी के हेलीकॉप्टर से लांच किया गया। ‘हेलीना’ एंटीटैंक गाइडेड मिसाइल ‘नाग’ का हेलीकॉप्टर से दागे जाने वाला प्रारूप है। इसे अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, बालासोर जिले के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के पास 12 बजकर 55 मिनट पर ‘हेलीना’ का सफल परीक्षण किया गया। ट्रायल के दौरान मिसाइल ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को भेदा।
यह मिसाइल इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर (आईआईआर) से गाइड होती है। बता दें कि इससे पहले 13 जुलाई 2015 को राजस्थान के जैसलमेर स्थित एक फायरिंग रेंज से हेलीना के 3 दौर का परीक्षण किया गया था। साथ ही, पिछले साल 19 अगस्त को पोखरण टेस्ट रेंज से रुद्र हेलीकॉप्टर के जरिए भी इसका सफल परीक्षण किया गया था।
मिसाइल की खूबियां
- यह मिसाइल पूर्ण रूप से स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है।
- यह मिसाइल दुनिया में अत्याधुनिक एंटी टैंक हथियारों में से एक है।
- जमीनी लक्ष्यों को सटीकता से ध्वस्त करने में सक्षम।
- हेलिना नाग मिसाइल का हेलिकॉप्टर लॉन्च वर्जन है।
- इस मिसाइल की रेंज 7 से 8 किलोमीटर तक की है।
- एचएएल ध्रुव और एचएएल लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर से लांच हो सकता है।
- यह मिसाइल रात में भी लक्ष्य भेद सकती है।