मुंबई: मेवाड़ के मावली निवासी व भायंदर के भवन निर्माता गणेशलाल मेहता की मातुश्री मोहनबाई मेहता (90) का संथारा छह दिनों बाद बुधवार की देर रात सीज गया और गुरूवार को सुबह निकली उनकी डोल यात्रा में भारी संख्या में समाजबंधु शामिल हुए।
धर्मनिष्ठ स्वभाव की मोहन बाई अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गयी है. परिवार में पुत्र मदनलाल, गणेशलाल पौत्र सुनील, निर्मल, हेमंत पड़पौत्र हर्ष, युवान मेहता आदि हैं. उनके पुत्र गणेश मेहता जहां भवन निर्माण के साथ यहां मेवाड़ संघ में सक्रिय हैं, वहीं पौत्र सुनील भी सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में तत्पर रहते हैं। मेहता को ये संस्कार संभवतः दिवंगत चरित्रात्मा की वजह से ही मिले हैं। श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि के प्रति अगाध श्रद्धा रखने वाली मोहनी बाई ने अपने जीवन के अपने अंतिम पलों में संथारे का प्रत्याख्यान करके अपना दोनों लोक धन्य कर लिया है। जिस दिन से ही उनके संथारे का प्रत्याख्यान हुआ था, तभी से तमाम शुभचिंतक व रिश्तेदार उनके अंतिम दर्शन को पहुंचने लगे थे।
गुणानुवाद सभा 28 कोः मोहनीबाई के स्वर्गवास के बाद उनकी गुणानुवाद सभा का आयोजन आगामी 28 जनवरी को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक मेवाड़ भवन गोरेगांव में रखी गयी है, जिसमें सकल समाज के अलावा तमाम परिजन और रिश्तेदार उपस्थित रहेंगे।
मोहनबाई का सीजा संथारा, डोल यात्रा में रही भारी भीड़
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