मुंबई। जैनाचार्य व तपोगच्छ प्रवर समिती के कार्यवाहक अभयदेव सुरीश्वर म.सा. अपने शिष्यों के साथ शुक्रवार को विहार करते हुए श्री मेवाड़ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ मुंबई के भांडुप स्थित श्री मेवाड़ केसरी भवन में पधारे। इस अवसर पर आयोजित प्रवचन माला में गुरुदेव ने कहा कि जीवन का अंतिम लक्ष्य मोक्ष है और मोक्ष की प्राप्ति के लिए मनुष्य को हर क्षण प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस वक्त व्यक्ति को लगे कि उसकी प्रीति ईश्वर के प्रति बढ़ रही है, उसमें आस्था का संचार हो रहा है उस दिन से ही व्यक्ति का असली जन्म होता है।
महाराज साहब ने कहा कि ईश्वर के चरणों में जाओ, उनसे प्रीति मांगो, प्रेम मांगो और शरणागति मांगो क्योंकि यही आपको मोक्ष की ओर ले कर जाएगा। सांसारिक सुखों की मांग आपको इस संसार में जन्म जन्मांतर के चक्कर में भटकाने का काम करेंगी। आचार्य मोक्षरत्न म.सा. ने कहा कि मेवाड़ मुर्तिपूजक समाज के लोगों ने समाज को अच्छी दिशा देने के लिए पालीताणा व मुंबई मे बेहतरीन कार्य किए हैं। यह सब गुरु चरणों का आशीर्वाद है। इसके पूर्व गुरुदेव को समाज के लोगों ने विहार करवाकर मेवाड भवन में प्रवेश करवाया। स्थानीय महिला मंडल की बहनों ने कलश के साथ उनकी अगवानी की। प्रवचन के दौरान अन्य संप्रदाय से जुडे लोगों की भी बड़ी संख्या में उपस्थित रही। इस अवसर पर समाजसेवी बसंत मांडोत का विशेष सम्मान किया गया।
मेवाड को मिले तीन दिन का कार्यक्रमः पामेचा
मेवाड़ मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष मोहनलाल पामेचा ने सत्संग के दौरान कहा कि मेवाड़ का मूर्तिपूजक समाज गुरुदेव से तीन दिन के आध्यात्मिक कार्यक्रम की मांग करता ताकि हम आपके सान्निध्य मे एक बेहतरीन कार्यक्रम कर समाज के विकास की धारा को आगे बढा सकें। पामेचा ने कहा संघ के छोटे से निवेदन पर गुरुदेव ने दो दिवसीय प्रवास मेवाड़ भवन में देकर समाज पर महती कृपा की है, इन 2 दिनों में समाज के लोग बड़ी संख्या में आपका सानिध्य प्राप्त कर लाभान्वित होंगे।
पालीताणा के विकाश मे गुरुदेव का योगदानः अशोक बाफना
संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक बाफना ने कहा कि पालीताणा मे आचार्यवर के सानिध्य मे चल रहे कार्यक्रमों व जन उपयोगी आंदोलन की बदौलत आज उस स्थान की प्रवित्रता अक्षुण्य है। बाफना ने पालीताणा मेवाड भवन के बारे में भी गुरुदेव को विस्तार में वहां चल रहे कार्य की जानकारी दी।
आयोजन को सफल बनाने में श्रीपाल कोठारी, नवयुवक मंडल अध्यक्ष अमरत कोठारी मंञी अनिल पामेचा, चंदनमल सिंघवी, चांदमल सिंघवी, शान्तिलाल पामेचा, बसंतीलाल पामेचा, सुरेश पामेचा, किशन कोठारी, मोहन पामेचा, भैरु पामेचा, अनिल पामेचा, रमेश राजावत, राजू पामेचा, धरमेश पामेचा, रुपलाल माण्डोत, बंसती लाल माण्डोत, संजय राठौड़, नरेंद्र सिंघवी, बंशी पामेचा, प्रकाश पामेचा, भरत सिंघवी, अशोक पामेचा, सविता पामेचा, पुष्पा कावडिया, रेणु कोठारी, सिमा कोठारी, सरिता पामेचा, कुसुम मेहता, नेमीचंद, रूपलाल, चुन्नीलाल, प्यार चंद, संपत लाल, संत भाई, अशोक, नरेश, नेमीचंद, भेरुलाल, माण्डोत, विनोद गुंदेचा, रमेश राजावत, हिम्मत बोहरा, राजेश बाफना, सुरेश बाफना, मुकेश चोरड़िया, जीतमल बागरेचा अशोक मेहता, किशन सिंघवी, कई भूमिका रही। यह जानकारी मंत्री किशन सिंगवी गांवगुडा ने दी।