भुसावल में “we connect ” कार्यशाला रही शानदार
भुसावल। शांतिदूत महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी साध्वीश्री निर्माणश्री जी की सानिध्य में अखिल भारतीय महिला मंडल द्वारा निर्देशित “we connect ” कार्यशाला का आयोजन हुआ। भुसावल महिला मंडल को संबोधित करते हुए विदुषी साध्वी श्री जी ने फरमाया खुशी हर व्यक्ति के जीवन की चाह है पर उसे पाने के लिए व्यक्ति की सोच सकारात्मक होना पहली अपेक्षा है। जो लोग सकारात्मक होते हैं वह असफलता में भी सफलता को तलाश लेते हैं। खुशी के लिए सहिष्णुता की साधना भी अपेक्षित है। जीवन में उतार चढ़ाव की आंधी को रोकना किसी के बस की बात नहीं है पर जो उन क्षणों में सहिष्णु रहते हैं उस उनकी खुशी को कोई खण्डीत नहीं कर सकता। खुशी के प्रायोगिक पक्ष की चर्चा करते हुए साध्वी जी ने आत्म बल को बढ़ाने के कुछ अचूक गुर बताएं।
डॉक्टर साध्वी श्री योगक्षेमप्रभा जी ने अपने प्रभावी व्यक्तित्व में बहनों को “real happiness” के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए कहा की खुशियां दो प्रकार की होती है। एक स्थाई है और दूसरी क्षणिक। हमारे जीवन की प्रत्येक क्रियाये वास्तविक और स्थाई सुख पाने की दिशा में ही होनी चाहिए। जीवन में जब संतुलन की चेतना जगति है व्यक्ति हर परिस्थिति को अपने अनुकूल बना देता है। जो व्यक्ति जीने की कला जानता है वह विपरीत परिस्थिति में रहकर जीने का असली आनंद ले सकता है।
“we connect ” कार्यशाला में भुसावल की महिला मंडल का अतिरिक्त उत्साह देखने को मिला। बहनों ने अच्छी संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम का शुभारम्भ साध्वी श्री लावण्य प्रभा जी के मंगलाचरण के साथ हुआ। कार्यशाला में महिला मंडल अध्यक्ष सरला छाजेड़, मंत्री सरला निमाणी , कन्या मंडल प्रभारी सपना छाजेड़, सुनीता चोरडिया, मंजू कोठारी, सुनीता छाजेड़, मंजू छाजेड़ आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। वरिष्ठ सदस्स्या व श्रद्धा की प्रतिमूर्ति डॉ. प्रभा सुराणा (वरिस्ठ नेत्र विशेषज्ञ) मंडल के हर आयाम को सफल बनाने में सदैव अग्रणी है।
जीवन बगिया महकाये – वास्तविक खुशियां अपनाएः साध्वी निर्वाणश्री
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