मुंबई। मुंबई विश्वविद्यालय के तत्वावधान में के.सी. कालेज द्वारा 11 दिसंबर से 28 दिसंबर 2018 तक आयोजित अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालयीन फुटबाल प्रतियोगिता (पुरुष) का फाइनल मुकाबला पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के बीच हुआ। फाइनल मुकाबले में अपने बेहतरीन रक्षकों के बलबूते पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला ने खिताबी जीत दर्ज की। पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला की टीम ने मैच के पूर्वार्द्ध (फर्स्ट हॉफ) में ही गोल दाग कर बढ़त बना ली, जो अंत तक कायम रही।
पंजाब विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने मैच के दौरान पुरजोर कोशिश की, लेकिन टीम पटियाला के अभेद सुरक्षा घेरे को तोड़ न सकें। वहीं कन्नूर विश्विद्यालय की टीम तृतीय तथा गोवा विश्वविद्यालय की टीम चतुर्थ स्थान पर रही। इससे पूर्व मैच का शुभारंभ एचएसएनसी बोर्ड के पूर्व प्रेसिडेंट नीरंजन हीरानंदानी ने हरी झंडी दिखाकर किया। अपने संबोधन में उन्होंने प्रतियोगिता की दोनों सर्वश्रेष्ठ टीमों को अपनी शुभकामनाएं दी तथा उनके शानदार प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की। मैच के उपरांत मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. सुहास पेडणेकर ने तीनों टीमों एवं उनके खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया तथा बधाई दी। प्रतियोगिता को सफल बनाने तथा इतने भव्य आयोजन करने पर प्रो. पेडणेकर ने के.सी. कॉलेज और एच(एस)एनसी बोर्ड के प्रति आभार जताया। साथ ही के.सी. कॉलेज की प्राचार्य डॉ. हेमलता बागला के प्रयासों को सराहा। अपने संबोधन में डॉ. हेमलता बागला ने कुलपति प्रो. पेडणेकर के प्रति आभार जताते हुए कहा कि हमें इस बात का बेहद गर्व है कि आपने के.सी. कॉलेज पर पूर्ण विश्वास और भरोसा रखते हुए प्रतियोगिता के आयोजन और लगभग 75 टीमों के लिए आवास की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी। आपकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए हमने इस प्रतियोगिता का सफल एवं सुव्यवस्थित आयोजन किया; अपनी इस खुशी को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते।
इसी क्रम में पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के कोच ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पटियाला विश्वविद्यालय की टीम ने भले ही फाइनल मुकाबला जीता हो, परन्तु सही मायने में विजेता तो कुलपति डॉ. पेडणेकर, के.सी. कॉलेज की प्राचार्य डॉ. हेमलता बागला, मुंबई विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ. उत्तम केंद्रे और के.सी. कॉलेज के खेल निदेशक डॉ. चटर्जी हैं। आप सभी का, स्वयंसेवकों का, के.सी. के खिलाड़ियों और श्री अरुण पांडे के आतिथ्य और संगठनात्मक कौशल की जितनी भी तरीफ की जाए कम है। इस अवसर पर के.सी. कॉलेज की उपप्राचार्य डॉ. शलिनी सिन्हा, मुंबई विश्वविद्यालय के अधिकारी, विभिन्न टीमों के कोच, खिलाड़ी एवं भारी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति रही।
के.सी. कॉलेज के बारे में : के.सी. कॉलेज की स्थापना भारत-पाक विभाजन के पश्चात मुंबई आए सिंधी समुदाय के विद्यासागर प्रिंसिपल के.एम. कुंदनानी, बैरिस्टर एच.जी. आडवाणी द्वारा बनाए गए गए ‘हैदराबाद (सिंध) नेशनल कॉलेजिएट [H(S)NC] बोर्ड’ द्वारा सन 1954 ई. में किया गया। वर्तमान समय में बोर्ड के अंतर्गत 25 कॉलेज और स्कूल संचालित हैं। चर्चगेट स्थित के.सी. कॉलेज को ‘नैक’ द्वारा लगातार तीन बार से ‘ए’ ग्रेड दिया गया है। साथ ही मुंबई विश्वविद्यालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ कॉलेज, नगरीय (अर्बन रिजन) से सम्मानित किया गया है। शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं समाजिक कार्यों में भी कॉलेज की विशिष्ट पहचान है।