अबुधाबी:भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने स्पष्ट किया कि वह अपने खिलाड़ियों की काबिलियत पर भरोसा रखते हैं, उनकी उम्र में नहीं। भारत संयुक्त अरब अमीरात में 5 जनवरी से शुरू होने वाले आगामी एएफसी एशियन कप में 25 की औसत उम्र के खिलाड़ियों की दूसरी सबसे युवा टीम उतार रहा है। भारत ने ओमान से अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में गोलरहित ड्रॉ खेला जिसके बाद कोच कांस्टेनटाइन ने कहा, ‘मैं सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों में अंतर नहीं देखता। ये सभी भारत के लिए खेल रहे हैं। मेरी दिलचस्पी उनकी उम्र में नहीं बल्कि उनकी काबिलियत में है। हमारी टीम की औसत उम्र 25 के करीब है। भारतीय फुटबॉल के लिए यह स्थिति बहुत शानदार है क्योंकि हम अभी से अगले 10 साल के लिए बेहतरीन टीम देख सकते हैं।’
‘हमें साबित करना होगा की हम एशियन कप में खेलने के हकदार हैं’
उन्होंने कहा, ‘इस टूर्नामेंट के बाद हमारे पास युवा भारतीय टीम होगी, जिसके पास एशियन कप में खेलने का अनुभव होगा।’ कांस्टेनटाइन ने ओमान के साथ ड्रॉ खेलने पर कहा, ‘यह हमारे लिए काफी अच्छा मैच रहा। ओमान की टीम काफी मुश्किल प्रतिद्वंद्वी है और पिछले 12 महीनों से टीम किसी मुकाबले में हारी नहीं है। लड़कों ने कड़ी मेहनत की है और मैं सकारात्मक नतीजे से खुश हूं।’ भारतीय टीम एशियन कप में अपने अभियान की शुरूआत 6 जनवरी को थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले से करेगी। कोच ने कहा, ‘हम पर कोई दबाव नहीं है। चार साल पहले किसी ने हमारे क्वालीफाई करने की उम्मीद नहीं की थी। हमने क्वालीफाई कर लिया तो हर कोई सोच रहा है कि हम तीनों मैच गंवा देंगे। यह हम पर है कि हम साबित करें कि हम यहां होने के हकदार हैं।’