नई दिल्ली:सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक अधिकारी को गुरुवार को तलब करके जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की घुसपैठ एवं भारतीय नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाओं पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार 21 से 26 दिसंबर के बीच भारतीय नागरिकों एवं सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की घटनाओं में भारत की जनहानि हुई है। बयान में कहा गया कि हमें इस बात पर गहरी चिंता है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की सीमापार घुसपैठ को समर्थन दे रहा है और पाकिस्तानी फौज उन्हें कवर फायर दे रही है।
बयान में कहा गया कि इस साल संयम एवं 2003 के संघर्ष विराम समझौते के अनुपालन की तमाम अपीलों के बावजूद पाकिस्तानी फौज ने 1962 बार बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। इनमें 50 भारतीयों की जान गई। पाकिस्तान से एक बार फिर कहा गया है कि वह द्विपक्षीय प्रतिबद्धता का पालन करते हुए अपने नियंत्रण वाली धरती को भारत के विरुद्ध किसी भी प्रकार के आतंकवाद के लिए इस्तेमाल न होने दे।