- दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मित्र को पहली बार रक्त देकर बचाई जान
- 25 वर्ष की आयु में अनंत ने 26 वीं बार किया रक्तदान
भदोही। भदोही का एक युवा पत्रकार दस साल से लगातार अपने जन्म दिवस पर रक्तदान कर रहा है। आज के समय में जब लोग जन्मदिन पर भव्य पार्टियों और फिजूलखर्ची में डूबे रहते हैं, तो वहीं यह पत्रकार अनूठे और अलग तरह से जन्मदिन मनाता है।
अनंत की यह यात्रा उस समय शुरू हुई जब उनके एक करीबी मित्र एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान जब दोस्त को खून की जरूरत पड़ी तो अनंत ने अपने दोस्त की जान बचाने के लिए उन्होंने पहली बार रक्तदान किया। उस पल की भावनात्मक गहराई ने उनके दिल में एक स्थायी छाप छोड़ी और उन्होंने निर्णय लिया कि हर साल अपने जन्मदिन पर रक्तदान करेंगे।
अनंत कहते हैं, जब मैंने पहली बार रक्तदान किया, तो मुझे एहसास हुआ कि यह सबसे बड़ा उपहार है जो हम किसी को दे सकते हैं। जन्मदिन की खुशी केवल हमारे लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि किसी और की जिंदगी बचाने का जरिया भी बनना चाहिए।
शुक्रवार को भी, अपने जन्मदिन पर अनंत देव पांडेय ने एक यूनिट रक्तदान किया और साथ ही पौधरोपण भी किया। उन्होंने बताया इस कार्य से मुझे जो संतुष्टि मिलती है, वह किसी भी भव्य आयोजन से कहीं अधिक है। जब मुझे पता चलता है कि मेरे रक्तदान से किसी की जान बच सकी, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहता।
25 वर्ष की आयु में, अनंत देव पांडेय ने 26 वीं बार रक्तदान किया। इस बार उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में जाकर अपने एक मित्र के परिवार को खून की जरूरत के समय यह पुण्य कार्य किया। उनके इस कदम ने न केवल उनके मित्र के परिवार को राहत पहुंचाई, बल्कि समाज में एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया। अनंत देव पांडेय जनपद भदोहीं के औराई विकासखंड के डेरवां गांव के निवासी हैं। इस कार्य से उन्हें व्यक्तिगत संतुष्टि मिलती है।