डोम्बिवली। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में डोंबिवली तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आयोजित “पौध को सींचे” ( GOOD PARENTING) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को दो चरणों में संपादित किया गया।
जिसमें पहला चरण: तप अनुमोदना: कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से प्रारम्भ हुआ। मंडल की बहनों ने नवकार मंत्र की गीतिका से मंगलाचरण किया । श्रीमती मंजूजी मेहता के चतुर्थ वर्षीतप की अनुमोदना हेतु मंडल की सभी बहनों ने गीतों का संगान किया ।तपस्विनी बहन मंजूजी मेहता का मंडल द्वारा सम्मान किया गया।
दूसरा चरण: पौध को सींचे (Good parenting): कार्यक्रम को ऊर्जावान एवं मंगलमय बनाने हेतु मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत का संगान किया। हमारी उत्साही उपाध्यक्ष श्रीमती दीपिकाजी बड़ाला ने सभी का स्वागत किया।
श्रीमती नैनाजी कच्छारा ने आशाजी सोनी का सुंदर परिचय दिया एवं मंडल द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्य वक्ता (लाइफ़ कोच )श्रीमती आशाजी सोनी ने प्रेक्षा ध्यान के एक छोटे से प्रयोग के माध्यम से अपने वक्तव्य का प्रारंभ किया ।स्मृति विकास ,आत्मविश्वास व स्ट्रेस के बारे में भी अवगत कराया ।
Panic or Peace : आशाजी ने हमें बताया कि हमें बच्चों का इंस्ट्रक्टर नहीं बल्कि उनका टीम मेम्बर बनकर उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। ”अपने सपनों को कभी सपना मत रखना ,अपने हाथ में लेना और पूरा करना” यह उनका मंत्र है। हमे अपने बच्चों के लिए रोल मॉडल बनना है । लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन , स्लो प्रोसेस के बारे में भी बताया।
अभातेममं कार्यसमिति सदस्य श्रीमती जूलीजी मेहता* की विशेष उपस्थिति रही। कुशल संचालन सहमंत्री श्रीमती रीनाजी हिंगड़ ने किया । आभार ज्ञापन संगठन मंत्री श्रीमती ममताजी बड़ाला ने किया। कार्यक्रम में गरिमापूर्ण उपस्थिति संरक्षिका बहनें, परामर्शक बहनें ,कार्यसमिति बहनें, विशेष सहयोगी बहनें एवं लगभग 115 बहनों की उपस्थिति सराहनीय रही।
डोम्बिवली महिला मंडल ने किये “पौध को सींचे” कार्यशाला का आयोजन
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