विलेपार्ले (मुंबई)। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में एवं साध्वी श्री राकेश कुमार जी के सानिध्य में विलेपार्ले तेरापंथ महिला मण्डल द्वारा अप्रैल माह की कार्यशाला पौध को सींचे (goodparenting) का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई तत्पश्चात् महिला मण्डल द्वारा प्रेरणा गीत का मंगल संगानकिया गया।मंत्री श्रीमती अंकिता वडाला ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहिनों का स्वागत कर एवं कुशल संचालन किया।
मुख्य वक्ता वर्तमान विलेपार्ले कोषाध्यक्ष श्रीमती रचना जी कटारिया ( चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट) ने बहुत सुंदर तरीके से समझाया की बच्चे एक प्लेन स्लेट होते हैं, आप बच्चों से 56 भोग की उम्मीद ना करें (कला, खेलकूद, नृत्य सब मे बेहतरीन )अगर आप उम्मीद करते हैं तो क्वालिटी में समझौता करते हैं। बच्चों के अंदर “ग्रेड सिस्टम्स” फीड कर रहे हैं, उन्हें उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता ‘A+’, ‘D-‘ क्या होता है, इसका अंतर हम उन्हें बताते हैं और डराते हैं।
साध्वी श्री विपुल यशाजी ने हमें “5C” दिए। Challenge: संकल्प शक्ति मजबूत करो। Concentration & Charge: महाप्राण ध्वनि, कायोत्सर्ग, 5 इंद्रिय मुद्रा। Confidence : स्वास प्रेक्षा, अनुलोम विलोम से चिंताओं से मुक्ति।Cope: किताबें कैसा उपहार है जिसे आप बार-बार खोल सकते हैं।साध्वी श्री राकेश कुमारी जी ने अपने मंगल उद्बोधन में टिप्स एंड ट्रिक्स बताए जिनमें: परिवारों में संतानों की परिवेश कैसे करना। जागो कहीं देर ना हो जाए ।कॉलेज जाने से पहले उन्हें नॉलेज दीजिए। व्यापार देने से पहले संस्कार दीजिए। दोस्तों से पहले उनको उनके दादा दादी का प्यार दीजिए। जमाने की की हवा लगने से पहले उसे अनुभव दीजिए। साध्वी श्री राकेशकुमार जी ने मंगल पाठ सुना कर कार्यक्रम को विराम दिया। कार्यशाला में उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता गेलडा एवं सहमंत्री श्रीमती भावना डागलिया के साथ 10 बहिनों की उपस्थिति रही।
महिला मंडल विलेपार्ले ने किया पौध को सींचे (goodparenting) कार्यशाला का आयोजन
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