ठाणे। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री कुलदीप कुमार जी ने नववर्ष पर ठाणे स्थित तेरापंथ भवन में अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा- मुड़कर अतीत को देखने का अवसर है नव वर्ष क्या खोया क्या पाया का गणित है नववर्ष नया वर्ष सिर्फ एक बहाना है फिर से उन कामों को शुरू करने का जो हमारी आलस्ता , अकर्मण्यता, अज्ञानता की वजह से रुके पड़े हैं।
मुनि मुकुल कुमार जी ने कहा नयेवर्ष पर हम स्वागत करें उन उजालो का जो हमारे जीवन में अंधकार मिटा सके ,स्वागत करें बसंती बहारों का जो हमारे आक्रोश के उत्ताप को मिटा सके। स्वागत करें संयम के दर्पण का जो हमारे अपनी खोई हुई पहचान लौटा सके। स्वागत करें आने वाले उन पलों का जो जीवन में असली आनंद से जोड़ सके।
इस अवसर पर सभा अध्यक्ष रमेश जी सोनी ने अपने विचार व्यक्त किए।
सबको यह उम्मीद है कि सबके मन में हर्ष, खुशियों की एक पोटली खोलेगा नव वर्ष: मुनि कुलदीप कुमार जी
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