मुंबई। उग्र विहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमलकुमारजी स्वामी के सान्निध्य में गणपति मंदिर के विशाल प्रांगण में नमस्कार महामंत्र का जाप भक्तामर उवसग्गहर स्त्रोत्र मंगल भावना के पश्चात आचार्य श्री तुलसी द्वारा निर्धारित नवान्हिक अनुष्ठान का सामूहिक उच्चारण करते हुए मुनि श्री ने फरमाया कि नूतन वर्ष हमारे शुभम विष्य का सूचक बने। इसके लिए हमें कुछ बातों का सलक्ष्य ध्यान रखना है। जैसे मेरी प्रामाणिकता बनी रहे। सबके साथ मृदुव्यवहार हो, कर्तव्य परायणता बना रहे। जप तप के साथ इनका योग सोने में सुबागे वाली कहावत को चरितार्थ करने वाला सिद्ध होगा।
कार्यक्रम में सभा, महिला मंडल के साथ कन्या मंडल, किशोर मंडल, ज्ञानशाला के बच्चों का भी अच्छा सहयोग रहा। युवकों का उत्साह सबके लिए प्रेरणास्पद था। कार्यक्रम में मुंबई सभा के अध्यक्ष मदनजी तातेड़, मनोहरजी गोखरू ने सबको नूतन वर्ष की शुभकामनाएं दी।
बांद्रा के श्रेष्ठ कार्यकर्ता मुकेशजी नौलखा ने आगंतुकों को साधुवाद देते हुए सभा की तरफ से आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम में अ.भा.ते.यु.प राष्ट्रिय सहमंत्री भुपेश कोठारी, संभाग प्रमुख महेश परमार, मुंबई सी.पी.एस. प्रभारी सुनील नौलखा सहित खार, बांद्रा, धारावी, दादर, सांताक्रुज, वरली आदि क्षेत्रों के लोगों की उपस्थिती रही। तेयुप बांद्रा अध्यक्ष महेश चपलोत, बांद्रा सभाअध्यक्ष प्रकाश बोहरा का सहयोग रहा।
कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने सामायिक के बेले किए। उपवास एकासन के भी प्रत्याख्यान हुए। महावीर इंटोदिया ने खेमचंदजी नायक को पुता-पत्र सहित नव वर्ष पर गुरु धारणा करवाकर नववर्ष पर नया काम किया।
बांद्रा में नए वर्ष पर हुआ अनुष्ठान सहित मंगल पाठ
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