मुंबई। बाळासाहेब ठाकरे ने दृढ़तापूर्वक कहा था कि एक समान नागरिक कानून होना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पर्सनल लॉ एक्ट में सुधार करने का वादा किया है। क्या समान नागरिक अधिकारों का विरोध करने वाला और समलैंगिकता का समर्थन करने वाला कांग्रेस का घोषणा पत्र यूबीटी गुट को स्वीकार्य है? अगर हिम्मत है तो इसपर उबाठा अपनी भूमिका स्पष्ट करे, ऐसी खुली चुनौती शिवसेना शिंदे गुट के सचिव और प्रवक्ता किरण पावसकर ने दी।
शिवसेना सचिव और प्रवक्ता किरण पावसकर ने शिवसेना पार्टी के कार्यालय बाळासाहेब भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना यूबीटी समूह पर हमला बोला। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग वंदनीय बाळासाहेब ठाकरे के स्मारक पर ले जाने के लायक नहीं थे, उन लोगों को ये वहां ले गए और ये शिवतीर्थ पर हिंदुत्व का उच्चारण भी नहीं कर सके। अगर वंदनीय बाळासाहेबजी के लक्ष्यों और नीतियों के सिद्धांतों का अपमान हो रहा है तो उबाठा को वंदनीय बाळासाहेबजी की तस्वीर का उपयोग नहीं करना चाहिए और बालासाहेब की तस्वीर पर वोट नहीं मांगना चाहिए, ऐसे कड़े शब्दों में किरण पावसकरजी ने आलोचना की।
भाजप स्थापना दिवस के मौके पर कल्याण लोकसभा के लिए डॉ. श्रीकांत शिंदे की उम्मीदवारी की घोषणा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। इस पर बोलते हुए किरण पावसकर ने कहा कि विकास कार्यों की बदौलत डॉ. श्रीकांत शिंदे भारी मतों से चुनकर आएंगे। उसके लिए उन्हें अपने दादाजी और पिताश्री के नाम का इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं होगी। संजय राउत के बयान पर पर पलटवार करते हुए किरण पावसकरजी ने कहा कि, डॉ. श्रीकांत शिंदे कोई बच्चा नहीं बल्कि सच्चा कार्यकर्ता है, आपकी तरह लुच्चा नहीं है। विधायक आदित्य ठाकरे ने ठाणे से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अगर उनके पास हिम्मत है तो अपने विधायक पद का इस्तीफा दे और कल्याण से चुनाव लड़कर दिखाए, ऐसे शब्दों में पावसकरजी ने आदित्य ठाकरे के चुनौती को चुनौती दी।
नाशिक, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का निर्णय महायुति के शीर्ष नेताओं द्वारा जल्द से जल्द लिया जाएगा। इस मौके पर पावसकरजी ने अपनी पार्टी की बात दोहराते हुए कहा कि नासिक और रत्नागिरी सिंधुदुर्ग पर शिवसेना का दावा बरकरार है।
कांग्रेस के घोषणा पत्र पर शिवसेना शिंदे गुट ने उठाया सवाल, पूछा – क्या यह शिवसेना (यूबीटी) को स्वीकार है?
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