मुंबई। देश के हालात बहुत खराब हैं इसलिए मुसलमानों को अपने दस्तावेज और सरकारी दस्तावेजों को सही करना बहुत जरूरी है, इसके अलावा मुसलमानों को अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका नाम मतदाता सूची में शामिल है या नहीं क्योंकि अगर आपने एक बार भी वोट किया है तो आपका नाम वोटर लिस्ट से हटाया जा सकता है, इसलिए जरूरी है कि आप अपना नाम रजिस्टर करा लें और इसकी जांच कर लें। याह बात आज समाजवादी पार्टी मुंबई / महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक अबू आसिम आजमी ने बंटर भवन कुर्ला में आयोजित शिकलगार जमात ट्रस्ट द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन में की।
अबू आजमी ने कहा कि देश में ऐसी कोई पार्टी नहीं है जो मुसलमानों को अपने साथ लेकर चलने को तैयार हो, उन्हें पार्टी के मंच पर मुसलमानों को बुलाना मंजूर नहीं है, क्योंकि अगर मुसलमान उनके साथ आएंगे तो गैर-मुस्लिम उनसे दूर हो सकते हैं। लेकिन जिस तरह से माहौल बना है, उससे अच्छे और धर्मनिरपेक्ष हिंदू भी मुसलमानों से दूर जा रहे हैं। संविधान के अस्तित्व और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए हर मुसलमान को वोट देना जरूरी है. ऐसे उम्मीदवार को वोट देना जरूरी है जो धर्मनिरपेक्ष हो और जाति-धर्म के नाम पर दंगे न कराता हो। आगे बोलते हुए आजमी ने कहा कि आज प्रयास हो रहा है हिंदू-मुसलमान के नाम पर नफरत पैदा कर वोट लेने का । मुसलमानों का विकास तभी संभव है, जब वे शिक्षा रूपी रत्न से सुसज्जित होंगे। उन्होंने कहा कि इस देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था। औरंगजेब ने शासन किया था। इस देश ने 52 साल तक न्याय किया, लेकिन अब औरंगजेब का नाम लेने पर भी उसे नफरत अभियान में जेल भेजा जा सकता है। संविधान की रक्षा के लिए, हमें शिक्षा पर जोर देना चाहिए। जब हम उच्च शिक्षित होते हैं, तो हम इस देश और कौम का नाम रोशन करेंगे । अगर राजनीतिक जागरूकता नहीं होगी और राजनीतिक अंतर्दृष्टि नहीं होगी तो उसे भविष्य में नमाज पढ़ने से रोका जा सकता है, इसलिए मुसलमानों में राजनीतिक जागरूकता बहुत जरूरी है।
मुसलमानों के लिए धार्मिक चेतना के साथ-साथ राजनीतिक अंतर्दृष्टि भी आवश्यक है: अबू असीम आज़मी
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