नवी मुंबई। परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन सानिध्य में वाशी (नवी मुंबई) के सिडको, कन्वर्सेशन हॉल में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल द्वारा 43वां वार्षिक अधिवेशन कृतज्ञता – सम्मान समर्पण का,आधार नवनिर्माण का , एवम् इसी के साथ अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में 46 नव गठित महिला मंडलों के शपथ ग्रहण के कार्यक्रम का समायोजन हुआ ।
अभातेममं की संरक्षिका प्रकाशदेवी तांतेड़ ने नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की । सर्वप्रथम स्वर्गीय श्रीमती सरला जी कोठारी जो कि तेरापन्थ महिला मंडल की कर्मठ एवम् संघ सेवा में समर्पित कार्यकर्ता के आकस्मिक निधन पर मंडल ने श्रद्धांजलि प्रेषित की।
विकास के पथ को मंजिल तक का रास्ता दिखानेवाली , अपनी अमृतवाणी से सभी पर स्नेह व करुणा की वृष्टि बरसाने वाली साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी ने मंगल पाथेय प्रदान करवाते हुए फरमाया कि
परिसीमन के साथ नवगठित मंडलों को एकरूपता व सशक्तिकरण कैसे प्रदान करना है, व विकास के कार्यों को कैसे आगे बढ़ाना है एवम् बिना किसी अहम भाव से सभी को कैसे साथ लेकर आगे बढ़ना है उसकी जानकारी से अवगत कराया । मुंबई महिला मंडल की कार्य समिति बहनों ने सुमधुर मंगलाचरण का संगान किया। अभातेममं की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सरिता जी डागा व महामंत्री नीतूजी ओस्तवाल ने मुम्बई महिला मंडल के सफलतम कार्यकाल की सराहना करते हुए आगामी नव अध्यक्षो को शुभकामना के स्वर प्रेषित किये ।
अध्यक्षीय वक्तव्यय एवं स्वागत के स्वरों को प्रेषित करते हुए मुंबई महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती विमला जी कोठारी ने सभी गणमान्यों का स्वागत अभिनंदन किया व गत आठ महीनों के कार्यकाल के स्वर्णिम पलों को साँझा करते हुए अपने अनुभव बताए ,उन्होंने कहा जिस बगियाँ को सरसाने में बीस पूर्वाध्यक्षो के साथ मुम्बई महिला मंडल को हर बहन ने अपने श्रम सिंचन से सींचा व मंडल को एक शिखरस्थ प्रदान किया उसका उल्लेख शायद शब्दों में बयां नही हो सकता । स्वयं को भाग्यशाली बताते हुए मुम्बई के प्रत्येक शाखा मंडल को , टॉप 9 टीम, कार्यसमिति सदस्यों के साथ परिवार के सभी सदस्यों को सहृदय कृतज्ञता प्रेषित की । व 46 मंडलों को विकास के पथ पर आगे बढ़ने की शुभन्शा प्रेषित की।
आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति मुम्बई के अध्यक्ष मदनलालजी तांतेड़ के साथ अणुव्रत विश्व भारती के उपाध्यक्ष विनोद जी कोठारी , वाशी सभाध्यक्ष विनोद जी बाफना ,वाशी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूलाल जी बाफना ,दिलीप जी चपलोत की सादर उपस्थिति रही व सभी ने मंडल की बहनों को शुभन्शा के स्वर प्रेषित किये । श्रीमती भाग्यवती जी कच्छारा व रेखाजी कोठारी ने भी पूर्व टीम के सफलतम कार्यकाल व आगामी 46 मंडलों को मंगलकामनाये प्रेषित की ।
कार्यसमिति सदस्य स्वीटी जी लोढ़ा ने पैनल डिस्कशन के अंर्तगत 1981 से 2024 तक के सभी पूर्वाध्यक्षो के विकास की पगडंडी पर अपने कर्तृत्व से सँवारा, इस सफर के संस्मरणो को व उनके अनुभवों को उनकी ही जुबानी सदन में सभी ने सुना।
महिला मंडल की माँ कहलाने वाली प्रेमलता जी सिसोदिया ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि कैसे बिखरी हुई शक्ति व संगठन को मजबूती प्रदान की।व सोई हुई बहनों को जागृत किया आज यह मंडल एक विशाल वटवृक्ष का रूप लिया आज मुंबई महिला मंडल से के इस वटवृक्ष को मुंबई के 46 भागों में विभाजित किया गया है और अब इन नए अध्यक्षो को रीस्टार्ट करना है । मंजू जी छाजेड़ व सुनिता जी परमार ने
अनुभवों को साझा करते हुए सभी को स्नेह व सौहार्द से आगे बढ़ाने का संदेश दिया । राष्ट्रीय पूर्वाध्यक्ष कुमुदजी कच्छारा ने पूर्व अध्यक्षों ने जो मुंबई को मजबूती प्रदान की है और जो श्रम की स्याही से जो स्वास्तिक उकेरे हैं उनका उपकार कभी ना भुलाए और सबसे बड़ी बात कही कि पद पर आने के बाद आप कभी अभिमान ना करें समय समय पर परामर्श लेते रहें पर छोटे-छोटे टिप्स लेकर मंडल को आगे बढ़ाये ।
मंत्री श्रीमती संगीता जी चपलोत ने पुज्यवरो के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और कहा कि 8 महीने के कार्यकाल में मंडल की हर एक बहन से अपनत्व मिला और प्रत्येक क्षेत्र की बहन के श्रम से नन्दनवन के चातुर्मास में सफल रूप प्रदान किया । यह मेरे जीवन का स्वर्णिम सफर रहा साथ ही परिवार के प्रति भी कृतज्ञता के स्वर प्रेषित किये ।
मुम्बई महिला मंडल के विकास के आयामों की झलकियों को वीडियो क्लिप्स के माध्यम से दिखाया गया।
कोषाध्यक्ष सुनीता जी सूतरिया ने आय व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया ।
तत्पश्चात कन्या मंडल सह प्रभारी श्रीमती पूनम परमार ने प्रतिवेदन की प्रस्तुति दी और संयोजिका सुश्री काजल मादरेचा ने वर्ष 2015 से 2024 तक के प्रतिवेदन की मुख्य झलकियां वीडियो के माध्यम से सभी के सामने प्रस्तुत की , कन्यामंडल प्रभारी मधु जी बाफना ने धन्यवाद प्रेषित करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कन्यामंडल सहसंयोजिका नेहा सोलंकी व निकिता चौहान का विशेष श्रम रहा।
तत्पश्चात विमला जी कोठारी ने अपनी टीम सहित कार्यकारिणी को निरस्त किया व अपने पद का विसर्जन किया ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सरिता जी डागा की अध्यक्षता में नव गठित 46 महिला मंडल की नव नियुक्त अध्यक्षाओ ने शपथ ग्रहण की व महामंत्री नीतू जी ओस्तवाल ने मंडल के नीतिनिर्देशों से सभी को अवगत करवाया। शपथ विधि की प्रक्रिया में राष्ट्रीय कार्यकारिणी कोषाध्यक्ष तरुणा जी बोहरा , सदस्य निर्मला जी चण्डालिया , अलका जी मेहता , का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। सभी ने 46 मंडलों के प्रति शुभन्षा के स्वर प्रेषित किये।
मंच का कुशल संचालन मुम्बई महिला मंडल सहमंत्री सरिता जी ढालावत ने किया । आभार ज्ञापन ई -मीडिया प्रभारी अनिता जी सिंयाल ने किया। जिनके श्रम सिंचन से अधिवेशन को सफल रूप मिला – कार्यकारिणी बहने कांताजी डूंगरवाल , सुचिता जी कोठारी, सारिकाजी बाफना, शिलाजी चंडालिया, वंदना जी चपलोत ,रेखा जी कोठारी, खुशी जी लोढा,सुनीता हिरण, शिप्राजी सिंघी,वनिता जी बाफना, श्वेता जी पोखरना के साथ टॉप 9 टीम का सराहनीय सहयोग रहा अधिवेशन में लगभग 1200 बहिनों की उपस्थिति रही ।
तेरापंथ महिला मंडल का 43वां वार्षिक अधिवेशन एवं 46 नव गठित महिला मंडलों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न
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