- मुंबई जोन में छह ब्रांचों का हुआ गठन, ब्रांच अध्यक्ष के नामों की घोषणा
- मुख्य वक्ता दिलीप सरावगी, विशेष अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कोठारी एवं मुंबई अध्यक्ष राज सिंघवी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारियों की रही उपस्थिति
मुंबई। तेरापंथ धर्मसंघ के प्रोफेशनल्स की संस्था तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, मुंबई मेंबर्स मीट का आयोजन घाटकोपर स्थित गुरुकुल कॉलेज में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में रविवार 7 जनवरी 2024 को किया गया। टीपीएफ के अध्यात्मिक पर्यवेक्षक डॉ. मुनि श्री रजनीशकुमार द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तत्पश्चात ज्योति डांगी ने टीपीएफ गीत की प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण टीपीएफ मुंबई के अध्यक्ष राज सिंघवी ने किया। उन्होंने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए मुंबई के गति-प्रगति को लेकर अपने विचार रखे। चतुर्मास के दौरान टीपीएफ द्वारा किये गये कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरुदेव के चतुर्मास का सबसे अधिक लाभ अगर किसी संस्था को हुआ है तो वह है टीपीएफ । हमने यहां मेडिकल कैंप से लेकर तमाम आयामों को संपादित किया, जो हम लोगों की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। राज सिंघवी ने सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का स्वागत अभिनंदन करते हुए आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मुंबई ब्रांच को मुंबई जोन का रूप देते हुए मुंबई जोन के अंतर्गत 6 ब्रांचो का गठन किया गया ।
तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कोठारी ने टीपीएफ के गति प्रगति एवं विजन पर प्रकाश डालते हुए टीपीएफ इंडेक्शन कार्यक्रम की जानकारी दी। श्री कोठारी ने आने वाले समय के लक्ष्य के बारे में भी उपस्थित सदस्यों को बताया एवं प्रजेंटेशन के जरिये वर्षभर के कार्यक्रमों से अवगत कराया।
टीपीएफ के अध्यात्मिक पर्यवेक्षक डॉ मुनिश्री रजनीशकुमार जी ने अपने उद्बोधन में मुंबई जोन के परिसीमन एवं जोन गठन के बारे में बात करते हुए कहा कि सभी लोग गतिविधियों में हिस्सा ले सकें इसलिए मुंबई शाखा को अपग्रेड करते हुए मुंबई को जोन बनाते हुए उसमें कई शाखाओं का निर्माण किया जा रहा है। जिससे लोगों का सहज मिलन हो सके तथा सहज रूप से सभी अलग अलग कार्यक्रमों में शामिल होकर व कार्य कर सकें। मुनिश्री ने कहा कि मुंबई सबसे बड़ी शाखा है। हमेशा सक्रिय रहती है। आर्थिक योगदान भी मुंबई शाखा का अच्छा रहता है। मुनिश्री ने सामाजिक कार्यक्रमों से होने वाले लाभ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे राजनीतिक, सामाजिक एवं धार्मिक हर तरह के लाभ होते हैं। हम एक दूसरे से परिचित होते हैं साथ ही नई प्रतिभाओ के विकास में सहयोग मिलता है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री दिलीप सरावगी ने ‘डीस्ट्रेस योरसेल्फ विद प्रैक्टिकल सोल्यूसंस’ विषय पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए अपनी बात रखी।
आचार्य श्री महाश्रमणजी के पावन सानिध्य में एवं टीपीएफ के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री डॉ रजनीश कुमारजी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीषजी कोठारी ने घाटकोपर गुरुकल कॉलेज में मुंबई जोन के नये ब्रांचेस की घोषणा की, जिसमें मुंबई जोन के अध्यक्ष राज सिंघवी के नाम के साथ ही पहला ब्रांच टीपीएफ पालघर, इसके अंतर्गत पालघर, बोईसर, वसई, विरार एवं नालासोपारा । दूसरा टीपीएफ ठाणे इसके अंतर्गत ठाणे, भिवंडी, कल्याण, अंबरनाथ, डोंबिवली, उल्हासनगर, बदलापुर एवं आसनगांव । तीसरा टीपीएफ नवी मुंबई, नवी मुंबई के अंतर्गत वाशी, सानपाडा, नेरुल, सीवुड, जुईनगर, बेलापुर, खारघर, उल्वे, उरण, कमोठे, कलंबोली, पनवेल, कोपरखैरणे, एरोली, पेण, खोपोली एवं अलीबाग। चौथा टीपीएफ मुंबई सिटी, मुंबई सिटी के अंतर्गत सायन, वडाला, दादर, लोअर परेल, एलफिंस्टन, वरली, माटुंगा, माहिम, प्रभादेवी, चर्चगेट, कालबादेवी, भुलेश्वर, कोलाबा, मरीन लाइंस, ग्रांट रोड, चर्नी रोड, महालक्ष्मी, मुंबई सेंट्रल, मझगांव, रे रोड, करी रोड, शिवड़ी एवं अंटापहिल।
पांचवां मुंबई वेस्टर्न, मुंबई वेस्टर्न के अंतर्गत बांद्रा, खार, सांताक्रुज, विलेपार्ले, अंधेरी, जोगेश्वरी, गोरेगांव, मालाड, कांदिवली, दहिसर एवं बोरीवली तथा छठे ब्रांच के रूप में टीपीएफ मुंबई सेंट्रल बनाया गया, जिसके अंतर्गत मुलुंड, भांडुप, कांजुरमार्ग, पवई, विक्रोली, विद्याविहार, लोकमान्य तिलक नगर, घाटकोपर, कुर्ला, चेम्बूर, गोवंडी, मानखुर्द एवं चूनाभट्टी को शामिल किया गया। मुंबई जोन के अंतर्गत आने वाले इन ब्रांचेज में लगभग 1550 मेंबर हैं।
इन ब्रांजेस में अध्यक्षों की घोषणा की गई जिनमें पालघर से अंकित डांगी, ठाणे से कमलेश रांका, नवी मुंबई से दिलखुश मेहता, मुंबई सिटी से नीरज मोटावत, मुबंई वेस्टर्न से प्रशांत परमार एवं मुंबई सेंट्रल से हेमंत लोढ़ा को जिम्मेदारी सौंपी गई।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कोठारी, मुंबई अध्यक्ष राज सिंघवी, मंत्री कमल मेहता, मुंबई सभा के महामंत्री दीपक डागलिया, पारस तांतेड, के. एल. परमार, कैलाश बाफना एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन कमलेश रांका ने किया।