टी दासरहल्ली। सामायिक फेस्टिवल के द्वारा जैन समाज ने की विश्व मैत्री की साधना।अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रमेश डागा के नेतृत्व में तेरापंथ युवक परिषद टी. दासरहल्ली द्वारा अभिनव सामायिक फेस्टिवल उत्सव विश्व मैत्री का आयोजन किया गया। उपासक श्रीमान भंवरलाल जी मांडोत की उपस्थिति में कुल 85 सामायिक हुई। परिषद अध्यक्ष देवीलाल गांधी ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 358 शाखाएं पूरे देश व नेपाल मे नव वर्ष के प्रथम रविवार को सामायिक फेस्टिवल का आयोजन करवाती है।उपासक श्रीमान भंवरलालजी ने बताया कि जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है। सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है।सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है। अभातेयुप राष्ट्रीय महामंत्री श्री अमितजी नाहटा का यह कहना है की विश्व मैत्री के भावों से इस आयोजन को वृहद रूप दिया जाता है जिसमे जैन समाज के श्रावक श्राविका विश्व मैत्री की मंगलकामना के साथ अभिनव सामायिक की साधना करते है।
तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अपने मंगल प्रवचन में फरमाया की अभातेयुप द्वारा नियमित रूप से ये अभिनव सामायिक का कार्यक्रम किया जाता है एवं त्रिगुप्ति साधना का प्रयोग भी साथ में किया जाना चाहिए।अभिनव सामायिक फेस्टिवल के प्रायोजक श्रीमती रोशनबाई श्री प्रवीणकुमार जी,श्रीअशोककुमार जी,सुजलकुमार बोहरा परिवार (देवगढ़) टी.दासरहल्ली का सहयोग रहा। इस मंगल अवसर पर अभातेयुप के राष्ट्रीय सामायिक प्रभारी श्रीमान श्री राकेशजी दक,तेयूप परामर्शक,तेयुप पूर्व अध्यक्ष,तेयूप सदस्य गण,तेरापंथ सभा ट्रस्ट परिवार,तेरापंथ महिला मंडल,कन्या मंडल,किशोर मंडल,ज्ञानशाला के बच्चें एवं,सकल जैन समाज की उपस्थिती रही।परिषद् मंत्री दिलीप पितलिया ने बताया की आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर विश्व मैत्री एवं विश्व कल्याण के कार्य आगे भी करती रहेगी।
टी दासरहल्लीः समता की साधना अभिनव सामायिक
Leave a comment
Leave a comment