नई दिल्ली:राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है और विमान की कीमत पर सवाल अब भी बरकरार है। उन्होंने राफेल सौदे को लेकर पुराने आरोपों को फिर से दोहराया है। राहुल ने कहा कि इस मामले में हमारी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग नहीं मानी गई। राहुल ने आरोप लगाया कि सीएजी की रिपोर्ट लोकलेखा समिति (पीएसी) को नहीं भेजी गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के मामले में नरेन्द्र मोदी सरकार को शुक्रवार को क्लीन चिट देते हुए सौदे में कथित अनियमितताओं के लिए सीबीआई जांच की मांग करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा, व्यक्तियों की यह अनुभूति, कि सौदे में गड़बड़ी हुई है, जांच का आधार नहीं हो सकती।
देश के मुख्य जस्टिस रंजन गोगोई, एसके कौल और केएम जोसेफ की तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि लड़ाकू विमानों की खरीद, उनकी कीमत और भारतीय ऑफसेट साझेदार के मामले में हस्तक्षेप के लिए उसके पास कोई ठोस साक्ष्य नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के राफेल सौदे के लेकर दिए फैसले के बाद से केंद्र सरकार कांग्रेस पर हमलावर हो गई ही। पहले अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी से पूछा की वो स्त्रोत बताएं की उन्हें कहां से जानकारी मिली। इसके बाद देर शाम वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कांग्रेस पर हमला किया। जेटली ने कहा, उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अब इस बहस पर विराम लग गया है। उन्होंने कहा, झूठ की उम्र बहुत कम होती है।
अरुण जेटली ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राफेल में रोड़े अटकाने वालों की हार हुई है। कांग्रेस ने देश की सुरक्षा से समझौता करने की कोशिश की है। जेटली ने कहा, राफेल पर झूठ फैलाने वाले संसद में क्यों नहीं बोलते हैं। हम संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं।
राफेल सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है और कहा कि आज सत्य की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि आज सिद्ध हो गया है चोर-चोर वही चिल्लाते है जिनको चौकीदार का भय होता है
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक काल्पनिक जगत बनाकर बैठी हुई है जिसमें सच और न्याय की कोई जगह नहीं है। सवाल भी कांग्रेस पार्टी खड़े करती है, वकील भी वही हैं और न्यायाधीश भी वहीं है। आज कांग्रेस पार्टी देश के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर सवाल खड़ा कर रही है। राफेल मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए हम तैयार है और मैं कांग्रेस पार्टी को चुनौती देता हूं की वो मुद्दे के आधार पर सदन में जितने समय तक चर्चा करना चाहते हैं करें।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, हमें भरोसा था कि इस डील में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। ममला शुरुआत से ही शीशे की तरह साफ था हम हमेशा से कह रहे थे कांग्रेस सिर्फ हम पर झूठे आरोप लगा रही है। इस पर सिर्फ राजनीति की जा रही थी। वहीं प्रशांत भूषण ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए हैं और फैसला गलत बताया है। भूषण ने कहा, ये हमारा मानना है कि कोर्ट के फैसला बिल्कुल गलत है। ये अभियान यहीं खत्म नहीं होगा। हम रिव्यू पिटिशन फाइल करने पर निर्णय करेंगे।