नंदनवन (मुंबई)। 18 अक्टूबर 2023 का दिन अनुशासन वीर टीम के लिए एक ऐतिहासिक दिन रहा। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी, मुख्य मुनि महावीर कुमार जी एवं अन्य साधु संतों के समक्ष एवं आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति, नंदनवन, मुंबई के अध्यक्ष मदनजी तातेड़, महामंत्री सुरेंद्रजी कोठारी एवं महेशजी बाफना के साथ अनुशासन वीर टीम सेवा के लिए पहुंची और गुरुदेव के सामने जब सेवाओं का जिक्र हुआ और उन्होंने एक-एक सेवा के विवरण को तन्मयता से सुना तो सही मायनों में वही अनुशासन वीर टीम का सही मूल्यांकन हुआ।
व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मदनजी तातेड़, महामंत्री सुरेंद्रजी कोठारी ने टीम के चयन एवं उनके सेवाओं को तारीफ के योग्य बताते हुए आगे भी ऐसे ही सेवाएं देते रहने की भावना व्यक्ति की। व्यवस्था समिति के महामंत्री महेश जी बाफना जो कि जमीनी स्तर पर टीम के सभी सदस्यों के साथ हमेशा सेवा में खड़े रहे। उन्होंने टीम के सेवाओं के विभिन्न कार्यों को गुरुदेव के सामने प्रस्तुत किया है एवं उन्होंने सभी सेवाओं को समझाते हुए अभी तक के टीम के द्वारा किए हुए कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
अनुशासन वीर टीम के संयोजक दीपजी कोठारी ने टीम के सेवाओं के विभिन्न कार्य जैसे विहार सेवाएं, साधु साध्वियों की सेवाएं, पार्किंग एवं यातायात मैनेजमेंट, सीसीटीवी मैनेजमेंट, इंटरनेट सिस्टम, सिक्योरिटी सर्विसेज मैनेजमेंट के साथ ही अनेक सेवाओं का जिक्र गुरुदेव के सामने करते हुए उनसे सम्बंधित एक- एक टीम को क्रमशः खड़ा कर सभी सदस्यों के साथ सेवाओं पूर्ण विवरण प्रदान किया एवं आगे भी टीम के मेंबर इसी तरह तन्मयता से सेवा कार्यों में जुड़े रहे गुरुदेव से ऐसा आशीर्वाद प्रदान करने की भावना व्यक्त की।
दीपजी कोठारी ने अभी तक के सेवा कार्यों के दरमियान साधु संतों के प्रति हुई अविनय-असातना एवं अन्य श्रावक समाज एव टिम सदस्यों से सेवा के दौरान हुई त्रुटियों के लिए खमत-खामणा की।
तत्पश्चात तीर्थंकर के प्रतिनिधि आचार्य श्री महाश्रमण जी ने पूरी टीम को प्रेरणा पाथेय प्रदान किया। गुरुदेव ने फरमाया कि अनुशासन के महत्व को समझते हुए टीम के प्रत्येक सदस्य को अपने आध्यात्मिक उत्थान के साथ ही सामाजिक सेवाओं में भी पूर्ण संलग्न रहना चाहिए।
अध्यक्ष मदन जी तातेड़ ने टीम को आगे भी मुंबई चातुर्मास के दौरान विहार सेवा में पूर्ण रूप से समर्पित रहने का आव्हान किया। टीम के संयोजक दीपजी कोठारी ने गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की एवं व्यवस्था समिति के प्रत्येक पदाधिकारी एवं सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया कि उन्होंने टीम को यह अनुपम मौका प्रदान किया तथा साथ ही उन्होंने अपने साथ जुड़ी हुई पूरी टीम का भी आभार व्यक्त किया कि जिनके सहयोग के बिना यह सारे सेवा कार्य संभव नहीं थे।
मुंबई चातुर्मास : “उल्लेखनीय रही अनुशासन वीर टीम की सेवाएं”
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