मुंबई। अखिल भारतीय तेरापंथ महिलामण्डल का 48 वां राष्ट्रीय अधिवेशन “क्षितिज असीम सम्भावनाओ के” 8 अक्टूबर 2023 रविवार के अभ्युदय सत्र का शुभारंभ साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के मंगलपाठ से हुआ। सूरत महिलामण्डल द्वारा सुमधुर मंगलाचरण की सुंदर प्रस्तुति दी गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नीलमजी सेठिया ने अभिवंदना करते हुए भीलवाड़ा से परमपुज्य गुरूदेव व साध्वी प्रमुखाश्रीजी के आशीर्वाद के साथ यह यात्रा प्रारंभ हुई। दो साध्वीप्रमुखा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। हमारे लिए गौरव की बात है कि हमे साध्वी प्रमुखाश्रीजी ने आश्वस्त किया है। पूरी दो वर्ष की यात्रा में आपने जितना पोषण इस संस्था को दिया है हम आपके आभारी रहेंगे।
कृतज्ञता सभी अभातेमम टीम व पदाधिकारियों के प्रति ज्ञापित करते हुए कहा कि आपने हर योजना को जीवन्ति दी है।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी ने प्रेरणा पाथेय में विपरीत परिस्थिति मर्यादित मनःस्थिति विषय पर अपने मन को संयमित करे , मौन ले या उस स्थान से चले जाएं। जैसी परिस्थिति हो वैसे आप निर्णय ले तभी संभव होगा।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी ने अपने प्रेरक उदबोधन में फरमाया कि गुरुदेव श्री तुलसी के चिंतन व मेहनत से आज शिक्षा , व हर क्षेत्र में बहुत सी साध्वियो को सक्षम किया। गुरुदेव श्रीतुलसी ने रूढ़ि मुक्त समाज का अभियान प्रारंभ किया और वो उसमे सफल हुए। आज जो हम महिलामण्डल का स्वरूप देख रहे है ये आचार्यश्री तुलसी की देन है। शासनमाता की सोच बहिनो को कैसे आगे बढ़ाये पर हमेशा चिंतन व प्रयत्न रहा। प्रत्येक बहिन संगठन के विकास के बारे में सोचे। परस्पर व्यवहार मधुर होना चाहिए। उतना ही आपका संगठन मजबूत बना रहेगा। कल आज ओर कल इन तीनो के साथ सामजंस्य होता है तो संस्था के विकास में सहायक होता है। जो लीडर होता है उनका कार्य होता है संस्था को जाने,अपने कषायों, क्रोध, माया व इच्छाओं पर नियंत्रण करे, मन मे इच्छा होनी चाहिए, संकल्प होना चाहिए, एक विजन होना चाहिए,दृढ़ निश्चय होना चाहिए, साहस होना चाहिए।तभी मण्डल का सर्वागीण विकास होगा । मण्डल शिखर तक पहुंचेगा।
लीडर शब्द का अर्थ होता है- L- low Quality E- Emotional inteligency A-Asperation D-determination R- courage एक संवाद महासतीवरम के साथ सत्र में बहिनो की जिज्ञासा का समाधान महासतीवरम ने बहुत ही सरलता से दिया। अनुदान दाताओं का स्वागत अभिनन्दन व सम्मान किया गया।
अभिनन्दन के क्रम में प्रधान ट्रस्टी श्रीमती पुष्पाजी बेंगाणी,महामंत्री मधुजी देरासरिया, अर्चनाजी भंडारी व अभातेमम जुड़े। साध्वी स्तुतिप्रभाजी ने सुमधुर गीतिका का संगान किया। इस सत्र का कुशल संचालन श्रीमती वीणा जी बेद व उपाध्यक्ष श्रीमती सरिताजी डागा ने कृतज्ञता ज्ञापित की।
नंदनवन में तेरापंथ महिला मण्डल का 48वां राष्ट्रीय अधिवेशन “क्षितिज असीम सम्भावनाओ के” का आगाज
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