नई दिल्ली:पूर्व भारतीय आॅलराउंडर और चयनकर्ता मोहिंदर अमरनाथ को लगता है कि महेंद्र सिंह धौनी और अन्य सीनियर खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन से पहले अपनी योग्यता साबित करने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए। हाल ही में टी20 टीम से बाहर किए जाने वाले और काफी लंबे समय पहले टेस्ट से संन्यास लेने के बाद धौनी अब सिर्फ वनडे क्रिकेट में खेलते हैं। समय होने के बावजूद यह पूर्व कप्तान इस साल 50 ओवर के टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं खेला और बिना किसी मैच अभ्यास के अगले महीने आॅस्ट्रेलिया में तीन वनडे मैचों की श्रृंखला में खेलने जाएंगे। अमरनाथ ने पीटीआई से कहा, ‘हर व्यक्ति अलग होता है लेकिन मेरा हमेशा एक चीज में विश्वास रहा है कि अगर आप भारत के लिए खेलना चाहते हैं तो आपको अपने राज्य के लिए भी खेलना चाहिए। मुझे लगता है कि उन्हें (बीसीसीआई) अपनी इस नीति को पूरी तरह से बदल देना चाहिए। काफी सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलते।’
महेंद्र सिंह धौनी को घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए
महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हाल में यही सुझाव दिया था। शिखर धवन एक अन्य खिलाड़ी हैं जो टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बावजूद मौजूदा रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल रहे हैं। भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के नायक रहे मोहिंदर अमरनाथ ने कहा, ‘बीसीसीआई को इसे योग्यता का मानदंड बना देना चाहिए। इसमें केवल कुछ मैच नहीं, बल्कि अगर आप भारत की ओर से नहीं खेल रहे हो तो आपको अपने राज्य के लिए नियमित रूप से खेलना चाहिए और ऐसा सिर्फ भारतीय टीम के चयन से पहले नहीं होना चाहिए। इसके बाद ही आप पहचान सकते हो कि खिलाड़ी कितना अच्छा खेल रहे हैं। आपने जो कुछ भी हासिल किया है, वह बीती बात हो चुकी है। आपकी मौजूदा फॉर्म अहम है। अगर आप एक ही प्रारूप में खेल रहे हो तो आपको चयन के लिए विचार किए जाने के मद्देनजर कम से कम घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए।’
आॅस्ट्रेलियाई टीम में भारत को हराने का माद्दा है
आॅस्ट्रेलिया में मौजूदा टेस्ट श्रृंखला के बारे में बात करते हुए अमरनाथ ने कहा कि भारत शानदार इकाई के रूप में खेल रहा है लेकिन मेजबान टीम अपने निलंबित खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की अनुपस्थिति में भी उन्हें पराजित करने में समक्ष है। उन्होंने कहा, ‘आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बिल्कुल अलग तरह से सोचते हैं। ऐसा पहली बार नहीं है कि जब वे इस तरह के दौर से गुजर रहे हों। कैरी पैकर श्रृंखला के समय में उनकी टीम में शीर्ष खिलाड़ी नहीं थे, वे अपने शीर्ष खिलाड़ियों के बिना दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए और अब उनके पास उनके शीर्ष दो खिलाड़ी नहीं है और कुछ खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं। वे नई टीम बनाने की प्रक्रिया में हैं। लेकिन पहले टेस्ट में जो मैंने देखा, उसके हिसाब से कुछ खिलाड़ी सचमुच बेहतरीन हैं। आप श्रृंखला में आॅस्ट्रेलिया को कमतर नहीं मान सकते। निश्चित रूप से भारतीय टीम बेहतर है लेकिन इसके लिए उन्हें अच्छा क्रिकेट खेलते रहना होगा।’
पर्थ टेस्ट में विकेट का मिजाज खड़ी करेगा परेशानी
अड़सठ साल के इस क्रिकेटर ने देश के लिए 69 टेस्ट और 85 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट के लिहाज से पहला टेस्ट मैच शानदार रहा। इसमें एकमात्र अंतर चेतेश्वर पुजारा ने पैदा किया। इससे दिखता है कि हमें रोमांचक श्रृंखला देखने को मिलेगी जिसमें भारत ने बढ़त बना ली है। भारत पर्थ में शुक्रवार से शुरू होने वाले टेस्ट मैच में कैसा करेगा, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘यह विकेट की प्रकृति पर निर्भर करेगा। अगर विकेट में कुछ बदलाव होता है तो कुछ बल्लेबाजों को उनकी तकनीक में दिक्कत आएगी। यह मायने नहीं रखता कि आप कितने आक्रामक खेलते हो, टेस्ट क्रिकेट में अहम चीज यह है कि आप कितनी अच्छी गेंदों को छोड़ते हो और कितनी देर तक क्रीज पर डटे रहते हो। ऐसा नहीं है कि वे ऐसा नहीं कर सकते लेकिन उन्हें सामंजस्य बिठाना होगा।’