नंदनवन (मुंबई)। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित नारीलोक कार्यशाला The power of subconscience mind तथा श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल मुंबई की सातवीं कार्यशाला *”उड़ान ज्ञान गगन में” का आयोजन। आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन सानिध्य एवं साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी की मंगल प्रेरणा से नंदनवन में 22-9-2023 शुक्रवार को आयोजित हुई।
तेरापंथ मेरापंथ विषय पर आयोजित इस कार्यशाला की शुरुआत मुख्य वक्ता साध्वीश्री दीप्ति यशाजी ने नमस्कार महामंत्र से की । मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत के द्वारा मंगलाचरण किया । नारीलोक के विषय को प्रतिपादित करते हुए फरमाया Subconscience mind अर्थात अवचेतन मन , जो हमारे बहुत सारे कार्य करता है। Subconscience mind को प्रैक्टिस,रिवीजन,अचीवमेंट के द्वारा जागृत किया जा सकता है।ध्यान, प्रत्योक्षकरण, सकारात्मक पुष्टि, सुविधा के क्षेत्र से बाहर निकलकर तथा लेखन का अभ्यास आदि प्रक्रिया द्वारा अवचेतन मन को सक्रिय किया जा सकता है। हर क्षण को त्याग से भर कर ही जीवन को नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर ले जा सकते हैं।
उडान ज्ञान गगन में का विषय तेरापंथ मेरापंथ “तेरापंथ की क्या पहचान,एक गुरु और एक विधान” हे प्रभो यह तेरापंथ।आचार्य भिक्षु ने पांच महाव्रत, पांच समिति और तीन गुप्ति की साधना करने वाले को साधु कहा है।जहां ये पांच बल है अनुशासन, मनोबल,सिद्धांत, अध्यात्म ओर समाधान। जहां पर आध्यात्मिकता तेजस्विता मर्यादा और अनुशासन व मौलिक मर्यादा तो नीव में ही है तेरापंथ सिर्फ नाम में ही नहीं रोम – रोम में बना रहे की तेरापंथ ही मेरापंथ है।
कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री श्रीमती संगीता चपलोत ने किया। मुंबई महिला मंडल के अध्यक्ष, पूर्वाध्यक्ष और सम्माननीय बहनों की लगभग 500 की सराहनीय उपस्थिति रही।
महिला मंडल मुंबई की नरीलोक The power of subconscience mind और उड़ान ज्ञान गगन में सातवीं कार्यशाला का आयोजन
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