किम (गुजरात)। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के निर्देशानुसार पर्युषण महापर्व पर धर्म आराधना करवाने हेतु पधारी उपासिका बहनें श्री मती रेखा जी धाकड़, भावना जी सांखला,श्री मती मंजू जी सिंघवी मुंबई से हमारे बीच किम (गुजरात) पधारे। पर्युषण महापर्व की शुरुआत खाद्य संयम दिवस से हुई अगले दिन स्वाध्याय दिवस मनाया गया और आज अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के आह्वान पर भारत भर में अभिनव सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया। 50 अभिनव सामायिक की गईं।
उपासिका बहनों नें सामायिक के द्वारा व्यक्ति के जीवन में क्या बदलाव आते हैं, सामायिक क्यों करना चाहिए, कब करना चाहिए कहां करना चाहिए और कैसे करना चाहिए के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया ।
अभिनय सामायिक मे ध्यान एवं साधना का प्रयोग करवाया गया और भगवान ऋषभ एवम भगवान पार्श्वनाथ के जीवन के बारे में वाचन किया गया। उपासिका बहन श्री मती रेखा जी धाकड नें कालचक्र और इतिहास की विस्तृत जानकारी के द्वारा जैन धर्म की प्रभावना करा रही है, श्री मती भावना जी सांखला श्रावक समाज कों भगवान पार्श्वनाथ के भव और अरिष्टनेमी के भव का व्याख्यान द्वारा सुंदर प्रस्तुति दे रही है। मंजू जी सिंघवी पुरे दिन की दिनचर्या के साथ सुंदर गीतिका के संगान के साथ महासती पद्मावती का सुन्दर व्याख्यान की प्रस्तुति दे रही है।
किम का श्रावक समाज धर्म के प्रति पूरा जागरूक है, एवं पूरी उत्सुकता एवं तालिन्नता के साथ प्रवचन का श्रवण कर रहें है। तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री मान सुरेश जी मांडोत, मंत्री सुरेश जी मेहर ,तेयूप के अध्यक्ष श्री चेतन मांडोत मंत्री महावीर मांडोत एवं महिला मंडल की संयोजिका मयूरी जी दक सह संयोजिका सीमाजी सामरा और उत्साही बहनें दक्षाजी और रेखाजी का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है। गुरुदेव की कृपा से सभा ,तेयूप, महिला मंडल, ज्ञानशाला, कन्या मंडल और किशोर मंडल आदि पुरे समाज की अच्छी उपस्थिति एवं सहभागिता हो रही है।
- ABTYP JTN मुंबई सें विकास धाकड़