- पर्युषण महापर्व के अन्तर्गत सामायिक दिवस का विजयनगर में हुआ विराट आयोजन
विजयनगर (बैंगलुरु)। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद विजयनगर, राजाराजेश्वरी नगर, हनुमंत नगर (ऐचबीएसटी), यशवंतपुर ने सामूहिक रूप में विजयनगर स्थित अर्हम भवन में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनि श्री दीप कुमारजी ठाणा-2 के सानिध्य में “जैन धर्म के मुख्य पर्व पर्वाधिराज पर्युषण” के तृतीय दिन “सामायिक दिवस” के अवसर पर अभिनव सामायिक के कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया। भवन में ऊपर-नीचे दोनो तल में सैकड़ों लोगों की विशाल जनमेदिनी ने मिलकर सामायिक में सहभागिता दर्ज की। मुनिश्री दीप कुमारजी ने कहा- आज का मानव निकट से दूर और दूर से निकट हो रहा है, वह ग्रह नक्षत्रों से सम्पर्क स्थापित कर रहा है, समुद्र की गहराई का अवगाहन कर रहा है, पर दूसरी ओर अपने अस्तित्व से दूर हो रहा है। इस विरोधाभास के कारण अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही है। सामायिक से यह विरोधाभास दूर होता है। सामायिक का तात्पर्य है अपने में रमण करना, अपने साथ जीना। सामायिक से बाहर और भीतर का संतुलन स्थापित होता है तथा सही दृष्टिकोण का निर्माण होता है। भगवान महावीर ने सामायिक के महत्व की देशणा प्रदान की थी। अभिनव सामायिक की शुरुवात आचार्य श्री तुलसी ने जन सामान्य में एकरूपता से समता की साधना के विकास हेतु की। मुनि श्री ने भगवान महावीर की भव परम्परा का वर्णन किया । अभिनव सामायिक के अंतर्गत निर्धारित त्रिपदी वंदना, जप, ध्यान, स्वाध्याय के क्रमशः प्रयोग कराएं। जिससे विशाल भवन अभिनव लगने लगा।
मुनिश्री काव्य कुमारजी ने कहा- सामायिक धर्म की निष्पति है, उपवास में भूख सहनी होती है। आतापना में ताप सहना पड़ता है। सर्दी भी सहन करनी पड़ती है, किंतु सामायिक में तो कोई कष्ट नहीं होता, बस आसन जमाया और आराम से जप, ध्यान, स्वाध्याय की क्रिया में रम जाओ। कष्ट नही है सामायिक में।
कार्यक्रम में तेरापंथ युवक परिषद्- विजयनगर द्वारा संचालित विजय स्वर संगम टीम ने मंगलाचरण गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ युवक परिषद् राजाराजेश्वरी नगर अध्यक्ष विकास जी छाजेड , हनुमंत नगर अध्यक्ष अंकुश जी बैद, यशवंतपुर अध्यक्ष जिगर जी मारू सबकी ओर से विजयनगर तेयुप अध्यक्ष राकेशजी पोखरणा ने उपस्थित अभातेयुप परिवार, सभा, परिषद, अणुविभा, टीपीएफ, महिलामंडल, सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों, श्रावक श्राविका समाज का स्वागत अभिनंदन किया। राकेश जी ने सामायिक द्वारा समता की साधना से जीवन में बदलाव की बात कही।
कार्यक्रम पूर्व सामायिक हेतु मनोहरलालजी, राकेश जी, मुकेश जी दर्शनजी, चिरायु जी बाबेल परिवार के सहयोग द्वारा मुख वास्त्रिका का वितरण किया गया। अभिनव सामायिक में अभातेयुप प्रबुद्ध विचारक दिनेश जी पोखरणा, टीपीएफ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हिम्मत जी मांडोत, अणुविभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राजेशजी चावत, श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा विजयनगर अध्यक्ष प्रकाश जी गांधी, महिलामंडल अध्यक्षा मंजू जी गादिया, टीपीएफ़ के अध्यक्ष हितेश जी गिड़िया, “मैं हू सामायिक साधक” के राज्य प्रभारी महावीरजी टेबा, तेरापंथ सभा भवन समिति अध्यक्ष पुखराजजी श्री श्रीमाल, अर्हम भवन मंत्री श्री विनोद जी पारख, अभातेयुप परिवार, परिषद पूर्व अध्यक्ष राकेश जी दुधोडिया, अशोकजी कोठारी, संपत जी चावत, महेंद्र जी टेबा, अभिषेकजी कवड़िया, दिनेश जी मरोठी, निवर्तमान अध्यक्ष श्रेयांस जी गोलछा और स्थानीय परिषद् के पदाधिकारी गण, तेयुप के साथियों की उपस्थिति रही। विजयनगर परिषद अध्यक्ष राकेश जी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज डागा के नेतृत्व में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 358 शाखाएं पूरे देश मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है, और आज श्रावक श्राविका समाज ने लगभग 850 से अधिक सामायिक का अभ्यास किया।
इस कार्यक्रम के संयोजक सुशील जी पारख, दिनेश जी मेहता का विशेष श्रम रहा। तेयुप विजयनगर मंत्री कमलेशजी चोपड़ा ने आभार ज्ञापित किया एवं बताया कि समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी। सूचनाएं मोनिका जी बांठिया ने प्रदान की।