सूरत। नांदेशमा निवासी सूरत प्रवासी श्री माणेकलाल बदामीया के सुपुत्र श्री चंद्रकांतजी के मासखमण(28) की तपस्या आचार्य श्री महाश्रमण जी के मंगल आशीर्वाद और साध्वी श्री त्रिशलाकुमारी जी की प्रेरणा से सकुशल पूर्ण हुई।तप संपूर्त्ति अनुष्ठान जैन संस्कार विधि से संस्कारक श्री विजयकांत खटेड़, श्री हिम्मत बंब, श्री विशाल पारीख, नरेंद्र भंसाली, श्री बजरंग बैद, श्री सतीश संकलेचा ने सम्पूर्ण विधि व मंगलमंत्रोच्चार से सानन्द संपन्न करवाया।तपस्वी भाई ने तप सम्पुर्ति के सभी नियमो को जागरुकता से स्वीकार किया। संस्कारको की प्रेरणा से सभी ने अपने सामर्थ्य अनुसार त्याग प्रत्याख्यान किया।विशेष उपस्थित तेयुप सूरत के अध्यक्ष सचिन जी, मंत्री श्रीयाँस एवं उनकी टीम की रही। मंत्री श्री ने तपस्वी भाई का अभिनंदन करते हुवे तप की अनुमोदना की।संस्कारकों के प्रति आभार व्यक्त किया। खूबिलाल छत्रावत (उपासक) ने जैन संस्कार विधि द्वारा करवाए गए कार्यक्रम की ह्रदय से प्रशंसा की और तपस्या मय जीवन की अनुमोदना करते हुवे सभी का आभार व्यक्त किया।तेयुप सूरत द्वारा मंगल भावना पत्रक भेंट किया गया।