23 जुलाई 2023 रविवार, नन्दनवन मुंबई, महाराष्ट्र। पूज्य प्रवर के पावन प्रवास में आज शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी के सानिध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिलामण्डल के तत्वावधान में 19 वां राष्ट्रीय कन्यामण्डल अधिवेशन उजाला – Be The Light Spread The Light का शुभारंभ हुआ। अभातेमम अध्यक्षा श्रीमती नीलमजी सेठिया ने स्वागतीय वक्तव्य में कहा कि गुरुदेव आप हमे ऐसी ऊर्जा प्रदान कराये , आप ऐसा प्रेरणा पाथेय प्रदान कराए हम अपने साथ घर परिवार में भी उजाला कर सके। आपकी ओजस्वी वाणी से हमारी बेटियों की श्रद्धा और भी गहरी हो।
युवामनीषी पूज्य आचार्यश्री महाश्रमण जी ने कन्यामण्डल अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि उजाला अपने आप मे अच्छा लगता है। उजाला दो प्रकार का होता है एक बाहर का ओर एक भीतर का। बाहर का उजाला सूर्य की रोशनी व चाँद की रोशनी से भी हो जाता है। दूसरा उजाला है भीतर का उजाला। ज्ञान अपने आप मे एक उजाला है। ज्ञान दो प्रकार का होता है। किताब पढ़ना आदि बाहर से लिया जाने वाला ज्ञान है। केवलज्ञान, अवधिज्ञान, मनपर्यवज्ञान भीतरी ज्ञान है ये ज्ञान कुँए के पानी के समान होता है। ये भीतर से प्राप्त होता है। एकाग्रता का अभ्यास, स्वाध्याय, चितन मनन से भीतर का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। उजाला से उज्ज्वलता की प्राप्ति हो।
इस अवसर पर अभातेमम महामंत्री मधुजी देरासरिया व कन्यामण्डल प्रभारी अर्चनाजी भंडारी ने गुरुदेव को प्रतिवेदन भेंट किया। कन्यामण्डल की कन्याओं ने प्राणी समकित किद विध आई रे , चर्चा धारो रे आदि पुरानी ढालों का गान किया।
कन्याओं की जिज्ञासाओ का समाधान गुरुदेव ने बड़े ही सरल उदाहरणों द्वारा किया। अभातेमम चीफ ट्रस्टी पुष्पाजी बेगानी की गरिमामयी उपस्थिति रही। विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 525 कन्याओं की उपस्थिति रही।
नंदनवन में कन्या मंडल का 19वे राष्ट्रीय अधिवेशन उजाला का आगाज
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